कोरोना संकट के कारण टला कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव, हालात देखकर बाद में तय होगी नई तारीख
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव एक बार फिर टल गया है। कोरोना की दूसरी लहर की वजह से देश के हालात को देखते हुए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह फैसला लिया है। सूत्रों के मुताबिक पहले से तय डेडलाइन के मुताबिक मीटिंग में 23 जून को चुनाव कराने के लिए प्रस्ताव रखा गया, लेकिन अधिकांश नेताओं ने कोरोना की भयावह स्थिति का हवाला देकर फिलहाल चुनाव स्थगित करने की बात कही।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव एक बार फिर टल गया है। कोरोना की दूसरी लहर की वजह से देश के हालात को देखते हुए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में यह फैसला लिया है। सूत्रों के मुताबिक पहले से तय डेडलाइन के मुताबिक मीटिंग में 23 जून को चुनाव कराने के लिए प्रस्ताव रखा गया, लेकिन अशोक गहलोत ने कोरोना की भयावह स्थिति का हवाला देकर कहा कि ऐसे हालात में चुनाव कराना ठीक नहीं होगा। गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा जैसे नेताओं ने भी उनका समर्थन किया। जिसके बाद कांग्रेस कार्यसमिति ने फैसला लिया कि मौजूदा परिस्थिति में चुनाव जून में ना होकर आगे बढ़ाएं जाएं। परिस्थिति को देखकर आगे फिर से तारीख तय की जाएगी। पिछले साल अगस्त से अध्यक्ष पद के चुनाव 3 बार टल चुके हैं।
विधानसभा चुनाव नतीजों से सबक लेने की जरूरत: सोनिया
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हाल ही में 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली करारी हार पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि नतीजों से सबक लेते हुए पार्टी में सुधार लाने के लिए ज़रूरी कदम उठाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि इन चुनावों के परिणाम पार्टी के लिए बेहद निराशाजनक रहे हैं और इन नतीजों से सबक लेते हुए ठोस रणनीति अपनाकर पार्टी में सुधार लाना होगा। उन्होंने करारी हार पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इन चुनाव नतीज़ों को निराशाजनक कहना पर्याप्त नहीं है। हमें असलियत समझ कर वास्तविकता का सामना करते हुए तथ्यों को सही ढंग से देखना होगा और वस्तु स्थिति से सबक लेते हुए पार्टी में सुधार लाने के कदम उठाने होंगे।
सोनिया ने कहा कि ये चुनाव परिणाम पार्टी के लिए गहरे झटके हैं और इन झटकों का संज्ञान लेते हुए स्थिति में सुधार लाने की जरूरत है। उनका कहना था कि वह हार के कारण रहे हर पहलू पर गौर करने के लिए एक छोटा समूह बनाने की ख्वाहिश रखती है और चाहती है कि यह समिति जल्द से जल्द पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन पर रिपोर्ट दे। केरल और असम के चुनाव परिणामों पर गहरी चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि इन दोनों राज्यों में पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। इन दोनों राज्यों में कांग्रेस को जीत क्यों नही मिली यह बहुत चिंता का विषय है। उन्होंने आगे कहा कि हमें समझना होगा कि हम केरल और असम में मौजूदा सरकारों को हटाने में विफल क्यों रहे। पश्चिम बंगाल में पार्टी का खाता तक क्यों नहीं खुला।
जिम्मेदारियों से भाग रही है मोदी सरकार: सोनिया
सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कहा कि केंद्र सरकार ने महामारी से निपटने में दायित्वों से पल्ला झाड़ते हुए टीकाकरण का जिम्मा राज्यों को सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी संभावित लहर को लेकर चिंता जाहिर की और कहा कि मोदी सरकार जिम्मेदारियों से भाग रही है और उसने टीकाकरण के दायित्व सभी राज्यों पर डालकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने कहा कि यह बेहतर होगा कि केंद्र सरकार देश में सभी नागरिकों को निशुल्क कोरोना टीका उपलब्ध कराए।
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