फाइजर की कोरोना वैक्सीन 12 से 15 साल के बच्चों पर 100 फीसदी कारगर, कंपनी का दावा- कोई साइड इफेक्ट भी नहीं

फाइजर की कोरोना वैक्सीन 12 से 15 साल के बच्चों पर 100 फीसदी कारगर, कंपनी का दावा- कोई साइड इफेक्ट भी नहीं

कोरोना वैक्सीन बना रहीं फार्मा कंपनियों फाइजर-बायोएनटेक ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन 12 से 15 साल के बच्चों पर 100 फीसदी कारगर है। कंपनी के मुताबिक, अमेरिका में 2,250 बच्चों पर किए गए फेज थ्री ट्रायल्स में यह 100 फीसदी असरदार रही। दूसरा डोज देने के एक महीने बाद उनमें बेहतर एंटीबॉडी रिस्पॉन्स देखने को मिला।

बर्लिन। कोरोना वैक्सीन बना रहीं फार्मा कंपनियों फाइजर-बायोएनटेक ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन 12 से 15 साल के बच्चों पर 100 फीसदी कारगर है। कंपनी के मुताबिक, अमेरिका में 2,250 बच्चों पर किए गए फेज थ्री ट्रायल्स में यह 100 फीसदी असरदार रही। दूसरा डोज देने के एक महीने बाद उनमें बेहतर एंटीबॉडी रिस्पॉन्स देखने को मिला। कंपनी इस डेटा को अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन को सौंपने पर विचार कर रही है, ताकि जल्द से जल्द वैक्सीन को इमरजेंसी यूज की मंजूरी मिल सके।

2 से 5 साल के बच्चों पर ट्रायल शुरू करने की योजना
कंपनी ने पिछले सप्ताह ही 6 महीने से 11 साल तक के बच्चों में वैक्सीन के फेज 1, 2, 3 के क्लिनिकल ट्रायल की स्टडी शुरू की है। इसी दौरान 5 से 11 साल के बच्चों को पहला डोज दिया गया। कंपनी अगले सप्ताह से 2 से 5 साल के बच्चों पर ट्रायल शुरू करने की योजना बना रही है। कंपनी का प्लान इसमें 4,644 बच्चों को शामिल करने का है। इसके नतीजे 2021 के आखिर तक आने की उम्मीद है।

आगे भी रूप बदलता रहेगा कोरोना
विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस आगे भी फैलता रहेगा और यह ज्यादा खतरनाक रूप में म्यूटेट यानी बदलता रहेगा। ऐसा कोई एक या एक से ज्यादा म्यूटेशन बच्चों को भी नुकसान पहुंचाने वाले हो सकते हैं।

भारतीय मूल के अभिनव भी ट्रायल में हुए शामिल
वैक्सीन के ट्रायल अक्टूबर, 2020 से जारी थे। इसके नतीजे अब आए हैं। भारतीय मूल के 12 साल के अभिनव भी फाइजर वैक्सीन के ट्रायल में शामिल हुए। वे कोरोना वैक्सीन लेने वाले सबसे कम उम्र के बच्चों में शामिल है। उनके पिता शरत भी डॉक्टर हैं और कोविड वैक्सीन के ट्रायल में शामिल रहे हैं।

रूस ने बनाई पशुओं के लिए कोरोना वैक्सीन
दुनिया में सबसे पहले पशुओं के लिए कोरोना वैक्सीन बनाने वाले रूस ने बुधवार को कहा कि यह आपूर्ति के लिए उपलब्ध है। रूस में कृषि से संबंधित संगठन रोसेलखोजनाड्जोर के सलाहकार यूलिया मेलानो ने कहा कि वैक्सीन पहले से ही उपलब्ध है। इसे फेडरल सेंटर फॉर एनीमल हेल्थ संस्थान को व्यावसायिक आधार पर इसे खरीदने के लिए आर्डर दिए जा सकते हैं। मेलानो ने कहा कि वैक्सीन का व्यापक आधार पर उत्पादन अप्रैल में शुरू किया जाएगा।

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