सांसद जौनापुरिया की गिरफ्तारी के आदेश, केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री साथ थे, स्वागत होता रहा, पुलिस सुरक्षा में खड़ी रही... अब दिल्ली जाकर बैठे

सांसद जौनापुरिया की गिरफ्तारी के आदेश, केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री साथ थे, स्वागत होता रहा, पुलिस सुरक्षा में खड़ी रही... अब दिल्ली जाकर बैठे

पुलिस दो बार नोटिस तामील कराने गई, घर पर चस्पा किया, अब वारंट से गिरफ्तार करने की तैयारी

जयुपर। पुलिस के हाथ लंबे होते हैं, लेकिन टोंक भाजपा सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया की दो मामलों में गिरफ्तारी के आदेश सीआईडी-सीबी से आए तो यही हाथ अभी बौने दिख रहे हैं। पहले मामले में 25 नवम्बर और दूसरे में 8 दिसम्बर से पुलिस को उनकी तलाश में है। हाल में 10 दिसम्बर को केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा देवली आए थे। जौनापुरिया को गिरफ्तारी आदेश होने की जानकारी थी। पुलिस को भी उनके यहां मौजूद होने का पता था, लेकिन सांसद को गिरफ्तार नहीं कर सकी। मंत्री मिश्रा के साथ वे सर्किट हाउस से लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच घूमते रहे। मिश्रा के साथ खुद का भी जमकर स्वागत कराया, भाषण भी दिया। पुलिस उन्हें पकड़ नहीं पाई, उलट उनकी सुरक्षा में खड़ी रही। मिश्रा यहां सीआईएसएफ के कार्यक्रम में आए थे, लेकिन सीआईएसएफ ने चतुराई दिखाई। गिरफ्तारी के आदेश की भनक लगी तो मंत्री के साथ उनका स्वागत नहीं किया। मालपुरा पुलिस उन्हें तफ्तीश और गिरफ्तारी के लिए अभी भी तलाश कर रही है। जौनापुरिया से नवज्योति ने फोन करके उनका पक्ष जानना चाहा, लेकिन उनके पीए सुरेश पाल ने उनसे बात नहीं कराई। वे अब दिल्ली में हैं।

मालपुरा में दंगा भड़काने और महामारी एक्ट में लॉकडाउन उल्लंघन के दो मामले में तलाश

जौनापुरिया ने वर्ष 2018 में मालपुरा में तिरंगा यात्रा निकाली थी, भड़काऊ भाषण दिए, इस पर हिंसा भड़की, आगजनी हुई। उन सहित 31 लोगों पर मुकदमा बना। इसी तरह वर्ष 2020 में कोरोना लहर के दौरान उन्होंने महामारी एक्ट लागू होने के बावजूद लॉकडाउन का उल्लंघन किया, धरना दिया। दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज हुआ। जांच सीआईडी-सीबी ने की। मालपुरा पुलिस को गिरफ्तार करने के आदेश मिले, लेकिन पुलिस की पकड़ से अभी तक दूर हैं।

सीआईएसएफ ने स्वागत नहीं किया तो नाराज हुए.....होटल में गुलदस्ता देने पहुंचे
दरअसल मिश्रा मुख्यत: देवली में सीआईएसएफ के कार्यक्रम में ही आए थे। जौनापुरिया की गिरफ्तारी आदेश की सीआईएसएफ को जानकारी मिल गई थी, इसलिए उनका स्वागत नहीं किया। इस पर जौनापुरिया नाराज भी हो गए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बाद में जौनापुरिया को मनाने ऑफ द रिकॉर्ड कुछ अधिकारी ठहराव वाली होटल गए, जहां उन्हें गुलदस्ता देकर स्वागत किया, लेकिन जौनापुरिया राजी नहीं हुए।  

सीआईडी-सीबी से फाइल और गिरफ्तारी के आदेश जैसे ही आए, तुरंत सक्रिय हो गए थे। दो बार नोटिस तामील कराने गए, नहीं लिया। घर पर नोटिस चस्पा किया। वाट्सअप पर भी नोटिस भेजा, फोन भी किया। अब भी नहीं आए तो वारंट जारी कराने की प्रक्रिया शुरू करेंगे और गिरफ्तार कर लाएंगे। लॉकडाउन उल्लंघन पर जमानती मुचलका भर थाने से जमानत का प्रावधान है। फिर भी नहीं आ रहे। दंगा भड़काने का मामला गैर जमानती है। इसकी फाइल फिर से सीआईडी-सीबी गई है।
- कैलाश विश्नोई, थानाधिकारी, मालपुरा

निस्तारण को सभी फाइलें संबंधित जिले-थाने में जाती है। इस मामले की ही नहीं सभी मामलों की नियमित प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा होती है। कार्रवाई जिला पुलिस कर रही है। फिलहाल वे भी बता सकते हैं।- रविप्रकाश मेहरड़ा, एडीजी, क्राइम

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