पुलिस अधिकारियों को मुख्यमंत्री गहलोत की दो टूक सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटनाएं बर्दाश्त नहीं
आपराधिक गिराहों को खत्म करना हमारा प्राथमिक उद्देश्य
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस अधिकारियों को दो टूक नसीहत देते हुए कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली कोई भी घटना किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विदेश में रहकर वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस अधिकारियों को दो टूक नसीहत देते हुए कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली कोई भी घटना किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विदेश में रहकर वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। आपराधिक गिराहों को खत्म करना हमारा प्राथमिक उद्देश्य होना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हाल ही घटित कुछ आपराधिक घटनाओं पर नाराजगी भी जाहिर की। गहलोत सोमवार को सीएमआर से वीसी के जरिए पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिला पुलिस अधीक्षकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर गैंगस्टर और अपराधियों को फोलो एवं समर्थन करने वालों, आश्रय और वित्तीय सहायता देने वालों पर सख्ती की जाए। साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए रिवॉर्ड और पदोन्नति के अवसर दिए जाए। नागौर एसपी की पहल को सराहते हुए कहा कि रात 8 बजे बाद खुलने वाली शराब की दुकानों को सख्ती से बंद करने और आबकारी विभाग व पुलिस के लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो।
बीजेपी पुराने एवं असंवेदनशील तंत्र की पक्षधर
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने पुलिस को हर फरियादी की एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। पहले गरीबों और असहायों की ना तो सुनवाई होती थी और ना ही उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता था। बीजेपी उसी पुराने एवं असंवेदनशील तंत्र की पक्षधर है, जहां सिर्फ ताकतवार लोग ही एफआईआर दर्ज करा सकते थे। इस पर सार्वजनिक रूप से चर्चा आवश्यक है। मैं राजस्थान के लोगों से जानना चाहता हूं, क्या हम सभी के लिए कानून में समानता चाहते हैं या जिसकी लाठी उसकी भैंस जैसी पुरानी व्यवस्था चाहते हैं?
देश में तनाव और हिंसा का माहौल
उन्होंने कहा कि देश में साम्प्रदायिकता, तनाव और हिंसा का माहौल बढ़ा है। ऐसे में पुलिस के लिए आने वाला समय और अधिक चुनौतीपूर्ण होगा। ऐसी घटनाओं में लिप्त व्यक्ति किसी भी जाति अथवा धर्म का हो, कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने अपराधियों से पुलिस की मिलीभगत की घटनाओं पर कहा कि ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। जिला पुलिस अधीक्षक नियमित रूप से थानों का निरीक्षण करें तथा आमजन से संवाद कर उन्हें पुलिस फ्रेंडली बनाएं। गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र यादव ने कहा कि आपराधिक गतिविधियों में नाबालिगों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में बालगृहों में सुधारात्मक गतिविधियों को और बढ़ाएं। मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि पुलिस को और सख्ती से अपराध नियंत्रण में ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने कहा कि राज्य में पेपर लीक माफिया पर त्वरित सख्त कार्रवाई को भी जनता ने सराहा है।
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