गहलोत बोले....लोग मुझे चाणक्य मानते हैं, लेकिन हूँ नहीं, मैं सादगी से जीवन बिताता हूँ
जयपुर के पिंक सिटी प्रेस क्लब में "प्रेस से मिलिए" कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
जयपुर। जयपुर के पिंक सिटी प्रेस क्लब में सोमवार को " प्रेस से मिलिए" कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पत्रकारों से मेरा पुराना पवित्र रिश्ता रहा है, मैं हमेशा इसे निभाने की पूरी कोशिश करता हु। पत्रकार कई समस्याओं का सामना करता है, यह मेँ सोचता हूँ, पत्रकार कल्याण कोष मैने ही बनाया था, किसी ने मांग नहीं की थी। कोई न्यूज़ छपे या नहीं इसकी परवाह नहीं करता, मालिकों की नाराजगी हो सकती है। आपकी मजबूरी है, संघर्ष करके अपना परिवार पाल रहे है। कुछ लोग हो सकते है, मैं अंतिम सांस तक मीडिया का ध्यान रखूंगा। मैं अलग तरह का व्यक्ति हूं, मैंने अलग तरह की राजनीति करता हूं, और उससे मैं संतुष्ट हूं। जनता के फैसले करते समय मुझे ख़ुशी होती है। भगवान से भी में पूरे मुल्क के कल्याण की मांग करता हूँ। इसी का परिणाम है कि तीन बार मुख्यमंत्री बना हूं। राजस्थान में मेरी जाती का एक ही एमएलए हूं और वो भी मुख्यमंत्री हूं। लोग मुझे चाण्क्य कहते है। लेकिन मैं हूं नहीं । ऐसे ही सादगी से अपना जीवन बिताता रहूंगा।
केंद्र से मेरी मांग है सभी को बूस्टर डोज लगाए
गहलोत ने कहा कि कोरोना का ध्यान रखें यह किसी को बख्शने वाला नही है। चिरंजीवी योजना और उड़ान योजना का प्रचार करें, इस योजना के लिए मैने पेडमैन फ़िल्म भी देखी है, सरकार ने योजना लॉन्च की है। जेजेएम में 90:10 कई हिस्सेदारी मांग रहे है, ऊँ चाहते है केंद्र राज्यों को मजबूत करें। केंद्र ने सभी योजना का 50:50 हिस्सेदारी कर दी, जिससे राज्यों में भार हो गया। पेट्रोल डीजल में एक्सरसाइज काम करने से भी राज्यो को नुकसान हुआ है। केंद्र से 20 हजार करोड़ नही मिला है, जिसमे जीएसटी का 6 हजार करोड़ भी शामिल है। फिर भी हम बहुत अच्छा मैनेजमेंट किया है। अच्छा बजट लेकर आए, उन्हें पूरा भी किया है। अधिकतर पूरी हो गई है। एक साल काम करने का मौका मिला, दो साल तो कोरोना में ही निकल गए। ऑनलाइन कार्यक्रम से करीब पांच सौ करोड़ बच गए है। सरकारी तामझाम करना पड़ता है। वेक्सीन का भार भी राज्य पर आया। हमने बूस्टर डोज और बच्चों की वेक्सीन का केंद्र पर दबाब बनाया तो घोषणा की है। हमारी मांग है सभी को बूस्टर डोज लगे, केंद्र इसकी तैयारी रखें। वैक्सीन से मौत नही होती है, व्यक्ति बाख जाता है। तीसरी लहर में किसी की कमी नही आने देंगे। शिक्षा, बिजली, पानी और चिकित्सा सेक्टर को सरकार प्राथमिकता दे रहीं है। निवेश सम्मेलन में केवल 10 से 12 प्रतिशत लोग धरातल पर आते है। गुजरात का हाल देखा होगा। पहले हम सड़कों को लेकर बदनाम थे, लेकिन अब ऐसा नही है।
मोदी सरकार पर साधा निशाना....
गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी व शाह की छापे डालने वाली सरकार है, मेरे भाई के भी डाल दिए। सरकार गिराने की कोशिश की, सफल नही हुए, जब सरकार जाएगी तो लोग कहेंगे छापे की सरकार गई। कितना भी लिख लोन उनके कोई असर नही पड़ता। ये अपनी हठधर्मिता पर है, फोन टेप होते है, फोन से बात करने में व्यक्ति डरता है। पागसिस कांड में सुप्रीम कोर्ट कह चुका है। इलेक्ट्रॉनिक बांड का क्या हो रहा है। विपक्ष को खत्म करने में लगे है, लेकिन कांग्रेस कभी खत्म नहीं होगी। इनकी पॉलिसी है ली टॉप लीडर को बदनाम करों, राहुल गांधी इंटेलिजेंट है। पीयूष गोयल जी चंदा लेने जाते है औऱ नहीं देने पर धमकी देते है। कर्जमाफी को लेकर हमने बैंकों से भी बात की है, हम किसान का 10 प्रतिशत हिस्सा राशि देने को तैयार है।
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