1883 नए कोरोना रोगी, 26 जिलों तक फैला संक्रमण : 5 दिन से 34.62 फीसदी प्रतिदिन रफ्तार से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण : जयपुर-जोधपुर में एक-एक व्यक्ति की गई जान

1883 नए कोरोना रोगी, 26 जिलों तक फैला संक्रमण : 5 दिन से 34.62 फीसदी प्रतिदिन रफ्तार से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण : जयपुर-जोधपुर में एक-एक व्यक्ति की गई जान

जयपुर में डरावना संक्रमण : 1138 केस, 9.29 फीसदी संक्रमण दर

 जयपुर। राजस्थान में बुधवार को बीते दिन के मुकाबले 40 फीसदी अधिक बढ़कर 1883 नए कोरोना रोगी आए हैं। जयपुर के साथ प्रदेश के 26 जिलों में कोरोना संक्रमण फैल चुका है। जयपुर में विस्फोटक कोरोना के डरावने हालात हो चले हैं। अकेले यहां 60.43 फीसदी यानी 1138 केस हैं। वहीं चिंता की बात यह है कि संक्रमण दर जयपुर में 9.29 फीसदी है। जबकि प्रदेश की कुल संक्रमण दर 3.32 हो गई है। प्रदेश में कोरोना नए साल के बाद से औसतन रोजना 34.62 फीसदी प्रतिदिन की रफ्तार से बढ़ रहा है। एक जनवरी को जहां 301 केस थे, वहीं पांच दिन में ही यह इसके 625 फीसदी बढ़े हैं। राजस्थान में इतने मरीज इससे पहले 7 माह 5 दिन बाद आए हैं। चिंता यह भी है कि मौतें भी होने लगी है। बुधवार को जयपुर और जोधपुर में एक-एक व्यक्ति की जान कोरोना से गई है। वहीं अन्य जिलों में भी तेजी से संक्रमण फैल रहा है। जोधपुर, अजमेर, अलवर, कोटा, भरतपुर, सीकर, बीकानेर, भीलवाड़ा, उदयपुर, प्रतापगढ़, गंगानगर में 230 से लेकर 21 तक मरीज हैं। प्रदेश में बीते चौबीस घंटों में 56616 और जयपुर में 12244 लोगों की कोरोना जांच हुई।  26 जिलों में नए केस, केवल 5 जिलों में कोरोना नहीं : जयपुर में 1138, जोधपुर में 230, अजमेर में 94, अलवर में 79, कोटा में 53, भरतपुर, सीकर में 36-36, बीकानेर में 34, भीलवाड़ा में 31, उदयपुर में 28, प्रतापगढ़ में 23, गंगानगर में 21, सिरोही में 14, चित्तौड़गढ़ में 13, बांसवाड़ा, सवाई माधोपुर में 9-9, डूंगरपुर में 8, झालावाड़, नागौर, टोंक, करौली में 4-4, दौसा, हनुमानगढ़, झुंझुनूं में 3-3, धौलपुर, बाड़मेर में 1-1 नए रोगी आए हैं। बारां, बूंदी, जैसलमेर, जालौर, राजसमंद ही ऐसे जिले बचे हैं, जहां फिलहाल कोरोना नहीं है। नवम्बर के दूसरे पखवाड़े तक 25 से ज्यादा जिले कोरोना फ्री थे।


ओमिक्रॉन के 62 और केस मिले:

प्रदेश में बुधवार को ओमिक्रॉन के 62 और नए केस मिले हैं। इनमें जयपुर में 52, कोटा में 2, हनुमानगढ़, सीकर, अलवर में 1-1 और 4 अन्य राज्यों के केस शामिल हैं। अब तक प्रदेश में ओमिक्रॉन के 236 केसों की जीनोम सीक्वेंसिंग में पुष्टि हो चुकी है।


तीसरी लहर के शुरुआती केसों की रिव्यू रिपोर्ट
53.6% में लक्षण दिखे
2% गंभीर बीमार
गांवों में 11 फीसदी केस मिले

राजस्थान में कोरोना की तीसरी लहर के शुरुआती केसों में53.6 फीसदी मरीजों में संक्रमण के लक्षण दिख रहे हैं। उन्हें कोई ना कोई शारीरिक समस्या कोविड से आ रही है। इनमें सर्दी-खांसी-जुकाम, बुखार, बदन दर्द, सिरदर्द, गले में खराश, सांस में तकलीफ इत्यादि शामिल है। बाकी 46.4 फीसदी केस लक्षण विहीन है। इनमें संक्रमण हुआ, लेकिन कोई लक्षण नहीं दिखा। इनमें अधिकांश की जांच भी कोविड मरीज के संपर्क की ट्रेसिंग में हुई है। हालांकि अब तक के केसों में राहत यह है कि 2.02 फीसदी मरीज भी गंभीर बीमार हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती होकर इलाज की जरूरत पड़ी है। चिंता यह भी है कि शहरों से निकलकर तीसरी लहर की शुरुआत में ही कोरोना गांवों में भी पहुंच गया है। गांवों में कुल केसों के 11 फीसदी केस हैं।
विदेश से 24.2 फीसदी कोरोना लाए, वैक्सीनेट ही 85.9 फीसदी शिकार : 1 नवम्बर से 3 जनवरी तक  कुल 3004 लोग कोरोना संक्रमित हुए। इनमें 85.9 फीसदी फुल वैक्सीनेट हुए और 5.2 फीसदी पहली खुराक ले चुके लोग शिकार हुए हैं। वहीं 24.2 फीसदी विदेश से कोरोना लेकर आए। और अपने परिजन या संपर्क में आए 28.9 फीसदी को भी पॉजिटिव कर दिया।


16.74 बच्चे और 38.29 युवा चपेट में आए:
इस दौरान 16.74 फीसदी (503)यानी 18 साल से कम उम्र के बच्चे और 38.29 फीसदी (1151) 20-39 साल तक के युवा कोविड की चपेट में अब तक आए हैं। वहीं 40-59 साल तक के 29.80 फीसदी (895), 60 से अधिक उम्र के 16.5 फीसदी (455) इससे अधिक उम्र के लोग संक्रमित हुए हैं।

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