वेडिंग इंडस्ट्री का एक हजार करोड़ का कारोबार ठप, 1.50 करोड़ हुए बेरोजगार, 180 करोड़ के राजस्व की हानि

वेडिंग इंडस्ट्री का एक हजार करोड़ का कारोबार ठप, 1.50 करोड़ हुए बेरोजगार, 180 करोड़ के राजस्व की हानि

कोरोना की रफ्तार ने एक बार फिर शादी-समारोह की चमक को फीका बना दिया।

जयपुर। कोरोना की रफ्तार ने एक बार फिर शादी-समारोह की चमक को फीका बना दिया। प्रदेशभर के वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारी मायूस है। बीस जनवरी से 22 फरवरी तक करीब बीस मुहूर्त है। जनवरी से फरवरी के दौरान बसंत पंचमी और फुलेरा दोज जैस अबूझ सावे है। शादी समारोह करने वाले असमंजस की स्थिति में हैं। राजस्थान में करीब एक लाख शादी समारोह होने है, जिसमें जयपुर में बीस हजार होंगे। मैरिज गार्डन संचालकों ने सभी तैयारियां कर रखी है। फिलहाल दस फीसदी बुकिंग कैंसिल हो चुकी है। राजस्थान में 12 से 13 हजार मैरिज गार्डन है। जयपुर में एक हजार गार्डन है। शादी समारोह से एक हजार करोड़ के कारोबार पर संकट गहरा गया है। सरकार को भी 180 करोड़ के राजस्व की हानि होने का अंदेशा है। इससे करीब असंगठित वर्ग के 1.50 करोड़ लोगों का रोजगार चौपट हो गया है।

सबसे बड़ा संकट
ऑल इंडिया टैंट डेकोरेटर वेलफेयर एसोसिएशन, नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि जिंदल ने बताया कि सरकार को वैक्सीन की दोनों डोज के साथ कोरोना गाइड लाइन की पालना के साथ दो सौ अतिथियों की स्वीकृति प्रदान करनी चाहिए। वेडिंग इंडस्ट्री अब तक के सबसे अधिक संकट के दौर से जूझ रही है।

असंगठित कामगार बेरोजगार: राजस्थान टैंट डीलर किराया व्यवसाय समिति के प्रदेशाध्यक्ष रासबिहारी शर्मा ने बताया कि बिन कारोबारियों की सलाह में सरकार की ओर से पाबंदी लगाना, असंगठित कामगारों को बेरोजगार बनाना है।
200 की संख्या पर मिले मंजूरी: फैडरेशन ऑफ ऑल इंडिया कैटरर्स के बोर्ड मैम्बर और वेस्ट जोन के चेयरमैन सुनील सौंखिया ने बताया कि आउटसाइड कैटरिंग का कारोबार चौपट हो गया है। कोरोना से निपटने के लिए सरकार के हर फैसले के साथ है, लेकिन हमारे कारोबारी नुकसान के प्रति भी सरकार को सोचना चाहिए। कर्ज लेकर सामान की खरीद की जा चुकी है, बैंक के ब्याज, रखरखाव जैसे खर्च जारी है। कम से कम 200 अतिथियों के साथ मंजूरी मिलनी चाहिए।


स्थगित किया विवाह: शास्त्री नगर निवासी सुरेश ने बताया कि मेरी पुत्री की शादी 23 जनवरी को है, कोरोना पाबंदी के कारण समारोह स्थगित कर दिया है। जब स्थितियां सुधरेगी जब ही विवाह समारोह किया जाएगा। किसको बुलाएं, किसको छोड़े:विद्याधर नगर निवारी गोविंद ने बताया कि पुत्री का विवाह बड़े धूमधाम से करुंगा, समारोह में मेरी सभी रिश्तेदार और मित्रों को बुलाना चाहता हूं। पहले कोरोना नियत्रंण में होना चाहिए। 18 फरवरी को पुत्री का विवाह होना तय किया था, अब स्थिति सुधरने के बाद ही करुंगा।


असमंजस की स्थिति बनी

नाहरगढ रोड निवासी नवींद्र पारीक ने बताया कि पुत्री का विवाह 18 फरवरी को होना है। फिलहाल कोरोना के कारण लगी पाबंदी के कारण मन में असमंजस है। स्थगित किया जाए या सीमित संख्या में किया जाए।

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