जनता को राहत: छोटे मुकदमों में खुद डीसीपी आमजन से ले रहीं पुलिस कार्रवाई का फीडबैक

जनता को राहत: छोटे मुकदमों में खुद डीसीपी आमजन से ले रहीं पुलिस कार्रवाई का फीडबैक

प्रदेशभर में पहली बार एसपी रेंडमली एफआईआर नम्बर देखकर पीड़ित को कर रहीं हैं फोन, लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों की गोपनीय सूची कर रहीं तैयार

जयपुर। जयपुर शहर के पश्चिम जिले के हर थाने में दर्ज छोटे मुकदमों पर पुलिस की कार्रवाई जानने के लिए खुद डीसीपी ऋचा तोमर ने नई पहल शुरू की है। डीसीपी खुद हर रोज किसी न किसी थाने के दर्ज मुकदमों की सूची में से सलेक्ट कर मुकदमों के पीड़ितों को फोन कर जानकारी लेती है कि पुलिस ने उनकी ओर से दर्ज की गई एफआईआर में क्या कार्रवाई की। यदि आमजन पुलिस की कार्यशैली से संतुष्ट नजर आते हैं तो बेहतर माना जाता है और यदि किसी पुलिसकर्मी का रेस्पॉन्स सही नहीं होता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करा दी जाती है। बताया जा रहा है कि यह पहली बार ऐसा प्रयास शुरू किया है। इससे पुलिस कर्मियों की कार्यशैली में सुधार आ रहा है और आमजन की पीड़ा को पुलिस सुन रही है। डीसीपी छेड़छाड़, महिलाओं से अभद्रता, मोबाइल लूट, चेन स्नेचिंग, दुर्घटना, चोरी, मारपीट जैसे मुकदमों से पुलिस का फीडबैक ले रही हैं।

केस नम्बर: एक
नवीन सिंह पुत्र विनोद सिंह निवासी राजनोता प्रागपुरा ने रिपोर्ट दी कि उसके चाचा का लड़का सचिन कुमार चार जनवरी को सुबह साढ़े दस बजे बिना बताए कहीं चला गया। उसकी उम्र 15 साल है। वह कक्षा 9वीं का छात्र है। हमने सारे दिन सचिन को तलाश किया, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल सका। हमने पुलिस कंट्रोल 100 पर भी फोन किया। हमारा घर रिद्धि-सिद्धि एन्क्लेव सिरसी में है। इस रिपोर्ट पर डीसीपी ने खुद पीड़ित को फोन कर जानकारी मांगी और पुलिस की कार्रवाई का फीडबैक लिया। पीड़ित पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नजर आया और बालक मिल गया।

केस नम्बर: दो
सोहन लाल शर्मा पुत्र मदन लाल शर्मा निवासी गोकुलपुरा तेजाजी मन्दिर के पीछे कालवाड़ रोड करधनी ने रिपोर्ट दी कि पांच जनवरी, 2022 को वह अपने घर गोकुलपुरा से 200 फीट बाइपास होते हुए अजमेर रोड पर खुद के निजी कार्य से जा रहा था। करणी पैलेस चौराहे पर वैशाली नगर साइड से आ रही ओवर स्पीड मिनी बस ने मेरी गाड़ी स्विफ्ट गाड़ी को टक्कर मार दी। इससे गाड़ी में नुकसान हुआ। इस रिपोर्ट पर डीसीपी ने खुद पीड़ित को फोन कर पुलिस कार्रवाई के बारे में जानकारी ली। परिवादी ने पुलिस के तुरंत मौके पर आकर जानकारी लेने और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

इनका कहना है

आमजन को राहत देने वाले दर्ज मुकदमों में खुद पीड़ित को फोन कर पुलिस कार्रवाई का फीडबैक लिया जाता है। इससे आमजन को तुरंत राहत देने का प्रयास होता है और पुलिस कार्रवाई के बारे में भी जानकारी मिलती है। यदि कोई पुलिसकर्मी लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। -ऋचा तोमर, पुलिस उपायुक्त पश्चिम

Post Comment

Comment List

Latest News

कश्मीर से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का पार्टी का था फैसला : आजाद कश्मीर से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का पार्टी का था फैसला : आजाद
संसद का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला पार्टी ने लिया है। उन्होंने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ने के लिए...
इस बार मोदी की बेव नहीं, विकास के मुद्दों पर राजनीति नहीं केवल चुनाव हो : पायलट
राजस्थान में सभी 25 लोकसभा सीट जीतेगी भाजपा : पूनिया
पाकिस्तान में आत्मघाती हमला, बचे 5 जापानी नागरिक
निर्वाचन विभाग की नहीं मिली वोटर पर्ची, बूथ पर मतदान कर्मियों से उलझे लोग
बंगाल में चुनाव के दौरान हिंसा, भाजपा-तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच पथराव 
अर्विक बैराठी ने लोगों को वोटिंग के लिए किया प्रोत्साहित