पुलिस में सुधार

पुलिस में सुधार

आज देश के विभिन्न भागों में आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसके अलावा नए-नए प्रकार के अपराध भी बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधों की घटनाएं भी काफी बढ़ रही हैं और ऐसे अपराधों की जांच में पुलिस बल भी कई बार असहाय नजर आती हैं।

आज देश के विभिन्न भागों में आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसके अलावा नए-नए प्रकार के अपराध भी बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधों की घटनाएं भी काफी बढ़ रही हैं और ऐसे अपराधों की जांच में पुलिस बल भी कई बार असहाय नजर आती हैं। केन्द्र सरकार ने इसी मुद्दे को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल के आधुनिकीकरण की योजना जारी रखने का फैसला करते हुए इस मद में करीब 26 हजार करोड़ रुपये खर्च करने का जो प्रावधान किया है वह समय की मांग के अनुरूप ही है। इस योजना के तहत पुलिस को आधुनिक बनाने के साथ-साथ उसके कामकाज में सुधार पर भी ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। इस क्रम में जम्मू-कश्मीर के साथ पूर्वोत्तर राज्यों व नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की पुलिस को आवश्यक संसाधनों से लैस करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जो उचित है, लेकिन दक्षिण के राज्यों में भी कुछ अतिवादी संगठन बाहरी ताकतों की मदद से राष्ट्र विरोधी और धार्मिक उन्माद फैलाने जैसे अपराधों को बढ़ावा देने पर तुले हैं। सरकार को भारत को कमजोर करने वाली ताकतों से मुकाबले के लिए भी पुलिस बल को तैयार करना होगा। क्योंकि आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले तत्व आधुनिक तकनीक से लैस होकर नित नई चुनौतियां पेश कर रहे हैं। ऐसे अपराधियों से निपटने के लिए हमारी पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ खुफिया तंत्र को विशेष समुचित संसाधनों से मजबूत करना होगा। साथ ही पुलिस में आबादी के मुकाबले संख्या बल की भी काफी कमी है। अनेक राज्यों में पुलिस कर्मियों के हजारों पद रिक्त हैं, जिन्हें सालों से नहीं भरा जा रहा है। पुलिस बल को आधुनिक से लैस करने के अलावा उसकी मदद के लिए उच्च गुणवत्ता वाली फोरेंसिक लैब भी विकसित की जानी चाहिए। हालांकि पुलिस के आधुनिकीकरण और उसमें सुधार लाने के क्षेत्र में कुछ कदम उठाए गए हैं, लेकिन पुलिस बल में सुधार के लिए अभी भी काफी काम बाकी है। आपराधिक न्याय तंत्र को प्रभावी बनाने के साथ ही पुलिस पर राजनीतिक दबाव-प्रभाव को भी बंद कराने की जरूरत है। हमारा पुलिस बल सेनाओं की तरह ही समर्थ व सक्षम होना चाहिए। सेनाएं हमारी सीमाओं की रक्षा करती हैं, लेकिन पुलिस आंतरिक सुरक्षा पर नजर रखती है, जो भी काफी महत्वपूर्ण काम है। आंतरिक सुरक्षा की मजबूती से ही आम नागरिकों की सुरक्षा की जा सकती है। कानून-व्यवस्था का मसला राज्यों के अधिकार क्षेत्र में आता है, तो राज्यों को भी केन्द्र के साथ मिलकर पुलिस सुधारों में पूरा सहयोग करना चाहिए।

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