प्रदेश में बेरोजगारी का यह है आलम : राज्य में 16 लाख रजिस्टर्ड बेरोजगार भत्ता सिर्फ चार लाख को मिला
मुख्यमंत्री, प्रतापसिंह, महेश जोशी, टीकाराम जूली, शकुंतला रावत, डोटासरा के गृह जिलों में बेरोजगारों की संख्या एक लाख के पार
जयपुर। प्रतियोगी परीक्षाओं का पहले तो समय पर नहीं होना और फिर पेपर लीक होने की घटनाओं से साल दर साल नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है। यह इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश के जिला रोजगार कार्यालयों में 31 जनवरी 2022 तक कुल 16 लाख 54 हजार 106 बेरोजगार पंजीकृत है। इनमें से 13 लाख 64 हजार 290 पंजीकृत स्नातक तथा अधिस्नातक बेरोजगार आशार्थी है। इन बेरोजगारों में से मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत 4 लाख 2 हजार 826 पंजीकृत बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया गया।
दरअसल, सरकार के मंत्री प्रताप सिंह, महेश जोशी, शांति धारीवाल, टीकाराम जूली, शकुंतला रावत, अशोक चांदना, विश्वेन्द्र सिंह, रमेश मीणा के गृह जिलों में भी पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या कम नहीं है। वैसे तो सर्वाधिक बेरोजगारों की संख्या जयपुर जिले में एक लाख 73 हजार 383 है, जबकि अलवर में एक लाख 16 हजार 687 और सीकर में एक लाख 35 हजार 348 हैं। वहीं दूसरी ओर बेरोजगारी भत्ते से सर्वाधिक लाभान्वित होने वालों की संख्या अलवर में 32426, जयपुर में 33128 और दौसा में 28401 हैं। विधानसभा के एक सवाल में यह जानकारी दी गई है।
प्रदेश के जिला रोजगार कार्यालय में 31 जनवरी 2022 तक पंजीकृत आशार्थियों की जिलेवार स्थिति और जिलेवार बेरोजगारी भत्ता लेने वालों की संख्या कुछ इस प्रकार हैं
जिला पंजीकृत बेरोजगार योजना से लाभान्वितों की संख्या
अजमेर 44615 10481
अलवर 116687 32426
बांसवाड़ा 30851 7014
बारां 31030 9421
बाड़मेर 24667 4217
भरतपुर 75314 21606
भीलवाड़ा 31727 2326
बीकानेर 41981 7560
बूंदी 31838 7373
चित्तौडगढ़ 19624 4741
चूरू 68180 19991
दौसा 74895 28401
धौलपुर 28415 7257
डूंगरपुर 22129 6672
गंगानगर 54791 9890
हनुमानगढ़ 61891 15703
जयपुर 173383 33128
जैसलमेर 8027 2535
जालौर 21287 5631
झालावाड़ 30313 6786
झुंझुनूं 96346 21356
जोधपुर 65321 19980
करौली 46146 15389
कोटा 46918 6151
नागौर 82384 23502
पाली 33359 5323
प्रतापगढ़ 12255 2674
राजसमंद 14368 2649
सवाईमाधोपुर 41829 11932
सीकर 135348 30190
सिरोही 17429 3969
टोंक 37688 4249
उदयपुर 33070 7303
कुल 1654106 402826
बेरोजगारी भत्ते के नियम
योजना के अर्न्तगत एक वर्ष में अधिकतम 2 लाख पंजीकृत स्नातक तथा पात्र आशार्थियों को बेरोजगारी भत्ता देकर लाभान्वित किया जा सकता है। आशार्थियों की निर्धारित अधिकतम आयु सीमा पूर्ण होना, भत्ता स्वीकृति की अधिकतम समय सीमा 2 वर्ष पूर्ण होना, लाभार्थी को रोजगार प्राप्त होना, लाभार्थी के अन्य विभागों की योजनाओं का लाभ लेना, इंटर्नशिप के लिए स्वीकृति प्रदान नहीं करना, नियमित शिक्षा प्राप्त करना तथा परिवार की आय दो लाख से अधिक होने के कारण बेरोजगारी भत्ते आवेदन निरस्त किए जाते हैं।
सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने के नाम पर ही सत्ता में आर्इं थी, लेकिन बेरोजगारी भत्ता देने में छलावा किया है। सरकार की अपनी कार्यप्रणाली से लोगों को बेवकूफ बना रही है और उसका सबसे ज्यादा खामियाजा युवाओं को भुगतना पड़ रहा है। भत्ते के लिए इंटर्नशिप की शर्त भी लगा रहे है, उन्हें पूरी तनखाह पर क्यूं नहीं रख लेते, वे तो तैयार हैं।
-अनिता भदेल, विधायक भाजपा (अजमेर साउथ)
पंजीकृत बेरोजगारों में से कुल 6 लाख 11 हजार 831 युवाओं ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया, जिसमें चार लाख से अधिक आशार्थियों को लाभान्वित किया गया। कौशल प्रशिक्षण के लिए 7623 तथा इंटर्नशिप के लिए 31525 आशार्थियों से सहमति प्राप्त की गई। योजना में मार्च 2019 से 31 जनवरी 2022 तक 1346.34 करोड़ व्यय किए गए हैं।
-अशोक चांदना, राज्यमंत्री, कौशल एवं नियोजन एवं उद्यमिता विभाग
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