अलवर में जयपुर एसीबी की कार्रवाई, अलवर नगर परिषद में दो ठेकेदार और पार्षद नरेंद्र मीणा को पांच लाख 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा
नरेंद्र मीणा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली के करीबी हैं।
एसीबी के इस एक्शन में चार स्थानों पर एसीबी की टीम ने एक साथ कार्रवाई की।
अलवर। अलवर नगर परिषद में भ्रष्टाचार का फिर बड़ा खुलासा हुआ है। जयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने नगर परिषद के पार्षद नरेंद्र मीणा और दो ठेकेदारों को 5 लाख 15 हजार रुपए की रिश्वत के साथ ट्रेप किया है। एसीबी की टीम नगर परिषद में कमिश्नर के पास दस्तावेजों की जांच की। चौंकाने वाली बात है कि नरेंद्र मीणा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री टीकाराम जूली के करीबी हैं।
एक्शन में एसीबी
एसीबी के इस एक्शन में चार स्थानों पर एसीबी की टीम ने एक साथ कार्रवाई की। एक टीम ने नगर परिषद में दस्तावेज खंगाले तो दूसरी और तीसरी टीम दोनों ठेकेदारों के निवास पर जबकि चौथी टीम ने कबिनेट मंत्री टीकाराम जूली के मोती डूंगरी स्थित फ्लैट के ऊपर स्थित पार्षद नरेंद्र मीणा के फ्लैट पर कार्रवाई की।
ACB ने कुछ समय पहले अलवर नगर परिषद के सभापति बीना गुप्ता को 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते उनके बेटे के साथ गिरफ्तार किया था
उल्लेखनिय है कि एसीबी की टीम ने कुछ समय पहले अलवर नगर परिषद के सभापति बीना गुप्ता को 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए उनके बेटे के साथ गिरफ्तार किया था। उसके बाद एसीबी की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। अलवर नगर परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। यहां करोड़ों रुपए का खेल चल रहा है। आम आदमी परेशान है, तो पार्षदों के काम नहीं हो रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर से साबित हो चुका है कि अलवर नगर परिषद में पैसों का खुला खेल चलता है।
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