अगले कुछ घंटों में भीषण चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा यास, बंगाल-ओडिशा के कई इलाकों में तेज बारिश जारी
चक्रवाती तूफान ताऊते के बाद देश पर अब चक्रवाती तूफान यास का खतरा मंडरा रहा है। यह चक्रवात बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के समुद्र तट से टकराएगा। इससे पहले कई इलाकों में आज से ही तेज बारिश शुरू हो गई है। ओडिशा के भुवनेश्वर, चांदीपुर और पश्चिम बंगाल के दिघा में बारिश हो रही है।
नई दिल्ली। देश में एक तरफ कोरोना महामारी की दूसरी लहर कहर बरपा रही है, वहीं दूसरी ओर चक्रवाती तूफान ताऊते के बाद अब चक्रवात यास का खतरा मंडरा रहा है। यह चक्रवात बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के समुद्र तट से टकराएगा। इससे पहले कई इलाकों में आज से ही तेज बारिश शुरू हो गई है। ओडिशा के भुवनेश्वर, चांदीपुर और पश्चिम बंगाल के दिघा में बारिश हो रही है। तूफान को लेकर बिहार और झारखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि यास उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए अगले 12 घंटों के दौरान एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। चक्रवाती तूफान उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ेगा और फिर तेज गति से बुधवार की सुबह उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों के पास उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक पहुंचेगा। इसी दिन दोपहर के आसपास इसके बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पारादीप और सागर द्वीपों के बीच उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने का अनुमान है। इसके असर से 165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और 2 मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठ सकती हैं।
मौसम विभाग ने पहले ही बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों में भारी या बहुत भारी बारिश होने को लेकर रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खोरदा और पुरी में भी भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है और इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप कुमार जेना ने बताया कि तटों से लगे संवेदनशील इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आज सुबह तक 15,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। ओडिशा सरकार ने चक्रवाती तूफान के मद्देनजर राहत एवं बचाव अभियान के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 52, ओआरडीएफ की 60 और अग्निशमन की 206 टीम को तैनात कर दिया है। इसके अलावा 404 बचाव दलों को भी तैनात किया गया है।
यास तूफान को देखते हुए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आपदा राहत की टीमें तैनात हैं। एयरफोर्स और नेवी ने भी अपने कुछ हेलिकॉप्टर और नावें राहत कार्य के लिए रिजर्व रखे हुए हैं। तूफान को लेकर ओडिशा के बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार जिले हाई रिस्क जोन घोषित किए गए हैं। यास के असर से पश्चिम बंगाल के कोलकाता, हावड़ा, हुगली में बुधवार को 70-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना के तटीय इलाकों में 90 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के आसार हैं। ये रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
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