शादी की खुशियां बदली मातम में : दूल्हे सहित 9 बरातियों की मौत : हादसे के बाद ढाई घंटे पानी में डूबे रहे शव

बरातियों की कार चम्बल नदी में गिरी

शादी की खुशियां बदली मातम में : दूल्हे सहित 9 बरातियों की मौत : हादसे के बाद ढाई घंटे पानी में डूबे रहे शव

मृतकों में 3 चौथ का बरवाड़ा और 6 जयपुर के, चौथ का बरवाड़ा से उज्जैन जा रही थी बारात

कोटा। नयापुरा थाना क्षेत्र में रविवार तड़के बरातियों की एक कार चम्बल नदी में जा गिरी। जिससे कार में सवार दूल्हा, उसके बहनोई और उसके भाई समेत 9 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस व प्रशासन को घटना की जानकारी दो से ढाई घंटे बाद मिली। इतने समय शव पानी में डूबे रहे। पुलिस ने सभी शवों को नदी से निकालकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए। बारात चौथ का बरवाड़ा से उज्जैन जा रही थी। शहर पुलिस अधीक्षक केसरसिंह शेखावत ने बताया कि सुबह 8 बजे करीब सूचना मिली थी कि नयापुरा में चम्बल नदी में एक कार गिरी हुई है। इस सूचना पर पुलिस व निगम के गोताखोरों की टीम को मौके पर रवाना किया। वहां जाकर क्रेन की सहायता से कार को बाहर निकाला जिसमें 7 लोग मिले। उसके बाद निगम के गोताखोरों ने नदी में तलाश किया तो दो शव बाद में मिले। इस तरह से कार नदी में गिरने से 9 लोगों की मौत हुई है। अचानक हुए इस हादसे से कोटा में तो हड़कम्प मच गया। साथ ही चौथ का बरवाड़ा में दूल्हे के परिवार और उज्जैन में दुल्हन के परिवार में खुशी की जगह मातम का माहौल छा गया। दोपहर 12.15 बजे पोस्टमार्टम के बाद सभी शवों को एक साथ 9 एम्बुलेंस से चौथ का बरवाड़ा व जयपुर के लिए रवाना किया गया।

पूरा परिवार हुआ खत्म
सवाईमाधोपुर। किशन गोपाल के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा केशव है जिसकी शादी नहीं हुई है। जबकि छोटे बेटे अविनाश की शादी के तीन दिन कार्यक्रम करने के बाद रविवार को बारात उज्जैन जा रही थी। दोनों भाइयों की बारात में जाते समय हादसे में मौत हो गई है। हादसे में किशन गोपाल का पूरा परिवार ही खत्म हो गया है। दूल्हे के बहनोई शुभम और बहन नेहा की शादी 15 नवम्बर 2021 को हुई थी। नेहा की ससुराल जयपुर में है। जयपुर से यहां दोनों शादी में शरीक होने आए थे। नेहा की जान बच गई, लेकिन उसका पूरा जीवन बर्बाद हो गया है।

इनकी हुई मौत
एसपी ने बताया कि अर्टिगा कार में सवार 9 में से 3 लोग चौथ का बरवाड़ा के और 6 लोग जयपुर के रहने वाले थे। मृतकों में चौथ का बरवाड़ा निवासी दूल्हा अविनाश वाल्मीकि (23), उसका बड़ा भाई केशव (30) व कार चालक इस्लाम खान (35) के अलावा दूल्हे का बहनोई गौतम नगर जयपुर निवासी शुभम् (23), रोहित (22) व कुशाल (22), आमागढ़ ट्रांसपोर्ट नगर जयपुर निवासी राहुल (25), घाटगेट जयपुर निवासी विकास (24) और मालवीय नगर निवासी मुकेश कुमार (35) शामिल हैं। जबकि बस में दूल्हे के पिता किशनलाल समेत अन्य लोग सवार थे। हादसे की जानकारी मिलते ही परिजनों की बस भी मौके पर पहुंची। मोर्चरी के बाहर दूल्हे के पिता समेत अन्य लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था।

प्रभारी मंत्री और विधायक पहुंचे सांत्वना देने
प्रभारी व पीडब्लूडी मंत्री भजनलाल जाटव भरतपुर से गमगीन परिवार को सांत्वना देने चौथ का बरवाड़ा पहुंचे। हादसे की खबर से चौथ का बरवाड़ा गांव में मातम का माहौल बना हुआ है। दोपहर करीब सवा तीन बजे कोटा में पोस्टमार्टम के बाद तीनों शव चौथ का बरवाड़ा पहुंचे। शवों के यहां पहुंचते ही कोहराम मच गया। जहां दुल्हन आनी थी। वहां अपने परिजनों के शव आता देखकर गांववासी भी अपने आंसू नहीं रोक सके। क्षेत्रीय विधायक अशोक बैरवा और जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला सहित कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री, पूर्व सीएम और लोकसभा अध्यक्ष ने जताया दु:ख
मृतकों के आश्रितों को दो और पांच लाख रुपए की सहायता

कोटा में दूल्हे सहित बारातियों की मौत पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल कलराज मिश्र, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शोक संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति और राज्यपाल ने शोकाकुल परिजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि दूल्हे सहित नौ लोगों की मौत बेहद दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कलेक्टर से बात कर पूरी घटना की जानकारी ली है। गहलोत ने पीडब्ल्यूडी मंत्री भजनलाल जाटव को घटना स्थल पर जाने के निर्देश दिए। हादसे में मृतक आश्रित को दो लाख रुपए की और एक परिवार से दो या अधिक मृतकों पर अधिकतम पांच लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने कहा कि इस हृदय विदारक दुर्घटना ने हम सब को आहत कर दिया है। मैं ईश्वर से दिवंगतों की आत्मा को शान्ति तथा शोक संतृप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करती हूं।

दो भाई और एक दोस्त की अर्थी को एक साथ देख लोगों की आंखें नम
जयपुर से दोस्त के साले की शादी में चौथ का बरवाड़ा गए पांच परिवारों की खुशियां रविवार को मातम में बदल गईं। यहां टोंक फाटक स्थित गौतम नगर की वाल्मीकि बस्ती में दो भाइयों और एक दोस्त की अर्थी एक साथ उठी तो पूरी बस्ती के लोगों की आंखे नम हो गईं। लोगों का कहना है कि मृतक पांच दोस्त हमेशा एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ रहते थे। मृतक शुभम अपने भाई खुशाल और चार दोस्तों के साथ अपने साले अविनाश की शादी में चौथ का बरवाड़ा गया था। सभी शादी से एक दिन पहले ट्रेन से शुभम की ससुराल गए थे। शुभम की 11 नवंबर को ही शादी हुई थी। इसलिए ससुराल में कार्यक्रम उसके दोस्त भी साथ गए थे।

कई जगह एक साथ किया काम
शुभम के बड़े भाई मनोज कुमार ने बताया कि सभी दोस्त एक साथ में रहते थे। कई जगहों पर साथ में काम किया। सभी की अच्छी दोस्ती थी। किसी भी परिवार में कोई भी कार्यक्रम होता तो सभी दोस्त मिल कर काम करते थे। इसलिए शुभम के साले अविनाश की शादी में जाने के लिए पहले से ही कार्यक्रम बनाया था। शुभम के पांच भाई हैं। मृतक तीसरे नंबर का था। खुशाल की दो बहनें और दो भाई हैं। मृतक खुशाल सबसे बड़ा था। दूल्हे अविनाश को लेकर कार में शुभम और उसके दोस्त बैठे हुए थे। हादसा कैसे हुआ इसके बारे में पता नहीं चला, क्योंकि गाड़ी में सवार नौ लोगों के शव नदी से बाहर निकाले हैं।

चार माह पहले हुई थी शादी
शुभम की चार महीने पहले ही शादी हुई थी। इसलिए पत्नी 15 दिन पहले ही अपने घर चली गई थी। इधर परिवार खुशाल की शादी की तैयारी कर रहा था।

शादी की चल रही थी तैयारी

गौतम नगर कच्ची बस्ती निवासी मृतक रोहित के भाई अजय ने बताया कि हम रोहित की शादी की तैयारी कर रहे थे। इससे पहले दो बहनों और मेरी शादी हो चुकी है। एक परिवार से शादी की चर्चा चल रही थी। अगर सब कुछ ठीक रहता तो शादी करने का विचार था। परिवार में दो भाई और तीन बहने हैं। इसमें से एक भाई और दो बहनों की शादी हो चुकी है। इस बार रोहित की शादी की तैयारी चल रही थी। इससे पहले ही हादसे में रोहित की मौत हो गई।



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