बड़ी साजिश नाकाम

दिल्ली के पुरानी सीमापुरी इलाके में भारी मात्रा में बरामद आईईडी विस्फोटक का मतलब है कि आतंकियों के तार जम्मू-कश्मीर से लेकर देश के विभिन्न भागों से जुड़े हैं। अ

 बड़ी साजिश नाकाम

अनेक प्रकार की कोशिशों के बावजूद आतंकियों की साजिशें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं।

दिल्ली के पुरानी सीमापुरी इलाके में भारी मात्रा में बरामद आईईडी विस्फोटक का मतलब है कि आतंकियों के तार जम्मू-कश्मीर से लेकर देश के विभिन्न भागों से जुड़े हैं। अनेक प्रकार की कोशिशों के बावजूद आतंकियों की साजिशें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आईईडी एक ऐसा विस्फोटक होता है, जो आरडीएक्स, अमोनिया आदि से तैयार किया जाता है और इसके जरिए भयावह तबाही मचाई जा सकती है। दिल्ली में बरामद करीब साढ़े तीन किलो विस्फोटक से दिल्ली में बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान किया जा सकता था। यह है तो अच्छा है कि पुलिस को इसका पता चल गया और आतंकियों की घातक साजिश पर पानी फिर गया। इसी तरह का विस्फोटक पिछले दिनों दिल्ली के गाजीपुर फूल मण्डी में भी बरामद हुआ था। अब सवाल है कि सीमापुरी इलाके में इतनी मात्रा में विस्फोटक यहां पहुंचा कैसे? पुलिस को अपने सूत्रों से पता चला है कि विस्फोटक रखने वाले किराए का मकान लेकर रह रहे थे और पुलिस तलाशी से पहले ही ये लोग फरार हो गए। मकान मालिक के पास इनकी पहचान का कोई प्रमाण पत्र नहीं था। इसी तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल पंजाब की लुधियाना अदालत में हुए विस्फोट में किया गया था। माना जा रहा है कि यह विस्फोटक सीमा पार से लाया गया था। दिल्ली में विस्फोटक की बरामदगी के एक  दिन बाद ही एक आईए ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के जोधपुर जिले के आठ स्थानों पर छापेमारी कर 28 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक संदिग्ध से पूछताछ की जा रही है। इस छापेमारी के तार दिल्ली में बरामद विस्फोटक से भी जुड़े हो सकते हैं। पाकिस्तान में तैयार होने वाली आतंकी साजिशों को भारत में अंजाम देने के लिए सीमा पार से घुसपैठ कराई जाती है। कश्मीर घाटी में घुसे आतंकवादी सुरक्षा बलों को चकमा देकर देश के अन्य इलाकों तक पहुंच जाते हैं। अब आतंकी संगठनों को हथियार और विस्फोटक पहुंचाना भी आसान हो गया है। ड्रोन की मदद से कहीं भी हथियार गिरा दिए जाते हैं। कभी-कभी इन हथियारों की भनक पुलिस को लग जाती है और उन्हें बरामद कर लिया जाता है। दिल्ली देश की राजधानी और यह हर बार आतंकवादियों के निशाने पर रहती है। इसके अलावा धार्मिक स्थल व बड़े शहर इनके निशाने पर रहते हैं। दरअसल देश के विभिन्न इलाकों में आतंकियों के मददगार छिपे पर जिनकी पकड़ सुरक्षा बलों को आतंकियों के सफाए में सफलता मिल रही है, फिर भी अधिक सतर्कता की जरूरत है।



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