तीन महीने पहले पुलिस सेवा से बर्खास्त कांस्टेबल बना नकबजन , गैंग बनाकर 12 से ज्यादा वारदातें की
दोनों ने मिलकर शहर भर में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर नकबजनी की वारदातों को अंजाम दे डाला।
शहर की महामंदिर पुलिस ने शातिर नकबजनों की गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस आयुक्तालय से बर्खास्त सिपाही और उसके साथी को गिरफ्तार किया है।
जोधपुर। शहर की महामंदिर पुलिस ने शातिर नकबजनों की गैंग का खुलासा करते हुए पुलिस आयुक्तालय से बर्खास्त सिपाही और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। दोनों ने मिलकर शहर भर में एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर नकबजनी की वारदातों को अंजाम दे डाला। बर्खास्त कांस्टेबल पाली में नकबजनी में पकड़ा गया था। दिसंबर 21 में उसे सेवा से बर्खास्त किया गया था। वहीं साथी मोहित कंसारा हवालातों से दो बार पहले भाग चुका है।
महामंदिर थानाधिकारी लेखराज सिहाग ने बताया कि 31 जनवरी को वीर तेजा कॉलोनी के रहने वाले मुकेश वैद पुत्र राजमल वैद की तरफ से मामला दर्ज करवाया गया था। इसमें बताया कि 30 जनवरी की रात में उसके सूने मकान से अज्ञात चोर लाखों का माल उड़ा ले गए। इस पर पुलिस की टीम का गठन कर चोरों की तलाश आरंभ की गई। सीसीटीवी फु टेज जांचे गए और सूचनाएं एकत्र करने के बाद शातिर नकबजन मकराना मोहल्ला माणक चौक निवासी मोहित कंसारा पुत्र कै लाशचंद कंसारा को पकड़ा गया।
इसके साथ वारदात को अंजाम देने वाले पुलिस आयुक्तालय जोधपुर सेवा से बर्खास्त सिपाही सागरराम पुत्र पन्नालाल मेघवाल को गिरफ्तार किया गया। थानाधिकारी लेखराज ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में अब तक शहर के महामंदिर, मंडोर, माता का थान और बनाड़ एरिया में चोरियों की तकरीबन 12 से ज्यादा वारदातें करना स्वीकार किया है।
सागरराम बर्खास्त, पाली में पकड़ा गया था
थानाधिकारी ने बताया कि सागरराम मेघवाल पाली में हुई एक नकबजनी में गिरफ्तार हुआ था। जिसके बाद वह सस्पेंड पर रहा। दिसंबर 21 में जोधपुर पुलिस आयुक्तालय में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। उसके बाद से ही वह नकबजनी की वारदातें करने लग गया।
मोहित के खिलाफ 22 प्रकरण दर्ज
शातिर नकबजन मोहित कंसारा के खिलाफ नकबजनी, वाहन चोरी सहित 22 प्रकरण दर्ज हो रखे है। वह कचहरी की हवालात से भाग हुआ भी है। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। वह भागने में काफी माहिर है। अब दोनों अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है।
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