मां ने दो बच्चों के साथ तीनों को लगाई आग
हादसे के दौरान घर में मां और दो बच्चे घर में अकेले थे। महिला और बच्चों की आवाज सुन आस-पड़ोस के लोग पहुंचे और आग पर काबू पाया।
सरहदी बाड़मेर में विवाहिता ने पति से झगड़ा होने के बाद कमरे को पहले तो बंद किया फिर आग लगाने के बाद चिल्लाने लगी।
बाड़मेर। सरहदी बाड़मेर में विवाहिता ने पति से झगड़ा होने के बाद कमरे को पहले तो बंद किया फिर आग लगाने के बाद चिल्लाने लगी। हादसे के दौरान घर में मां और दो बच्चे घर में अकेले थे। महिला और बच्चों की आवाज सुन आस-पड़ोस के लोग पहुंचे और आग पर काबू पाया। पति से झगड़े के बाद पत्नी ने दो बच्चों के साथ मिलकर तीनों को आग लगा दी। आग लगाने के बाद महिला चिल्लाने लगी तो आस-पड़ोस के लोग बचाने आए। तीनों को बाड़मेर के जिला अस्पताल लाया गया। यहां से महिला व बच्चों की हालत गंभीर होने पर उसे जोधपुर रेफर किया गया। मामला गुरुवार सुबह करीब 9 बज की शहर के लक्ष्मी नगर की है।
पुलिस ने बताया कि संगीता उम्र 25 वर्ष की शादी पांच साल पहले जसवंतसिंह से हुई थी। दोनों के एक 3 साल का बेटा दिग्विजय और 1 साल की बेटी प्रिया है। बुधवार रात में संगीता और जसवंतसिंह के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। गुरुवार सुबह जसवंतसिंह बीमारी के इलाज के लिए अहमदाबाद निकल गया। हादसे के दौरान संगीता कंवर घर में अकेली थी। जसवंत के निकलने के बाद संगीता दोनों बच्चों के साथ खुद को कमरे में बंद कर आग लगा दी। आग लगने के बाद वह चिल्लाने लगी। संगीता की आवाज सुन आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। लोगों ने आग बुझाकर जिला अस्पताल में लाया गया।
हालात गंभीर होने के कारण विवाहिता और बच्चों को जोधपुर रेफर कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक जसवंतसिंह कोर्ट में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात है। सास-ससुर पास में ही बने एक मकान में रहते हैं। इस हादसे में संगीता 80 फीसदी जल गई। वहीं दो बच्चे 30-40 फीसदी जल गए है। कोतवाल उगमराज के मुताबिक विवाहिता से बयान ले लिए है। विवाहिता ने खुद द्वारा आग लगाना बताया गया है। एफएसएल की टीम घटना स्थल पर पहुंच गई है।
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