महाशिवरात्रि विशेष: भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा के लिए इन बातों का रखें खास ध्यान
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनकी प्रिय चीजें पूजा के समय उन्हें भेंट करनी चाहिए।
इस दिन व्रत-उपवास रखकर बेलपत्र-जल से शिव की पूजा-अर्चना करके जौ, तिल, खीर और बेलपत्र का हवन करने से समस्त मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा की जाती है। भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनकी प्रिय चीजें पूजा के समय उन्हें भेंट करनी चाहिए। वहीं कुछ ऐसी भी चीजें हैं जिसे भगवान भोलेनाथ की पूजा करते भूलकर भी अर्पित नहीं करना चाहिए। महाशिवरात्रि पर किसी बड़े पात्र में धातु से बने शिवलिंग या मिट्टी से बने शिवलिंग की स्थापना करें। ध्यान रखें, महाशिवरात्रि के दिन चार पहर की शिव पूजा करनी चाहिए। शिव पूजा में सबसे पहले मिट्टी के पात्र में पानी भरकर, ऊपर से बेलपत्र, धतूरे के पुष्प, चावल आदि एक साथ डालकर शिवलिंग पर चढ़ायें।महाशिवरात्रि के दिन व रात में शिवपुराण का पाठ करना या सुनना चाहिए।सूर्योदय से पहले ही उत्तर-पूर्व दिशा में पूजन-आरती की तैयारी कर लें।
कोई सामग्री उपलब्ध न होने पर केवल शुद्ध ताजा जल शिवजी को अर्पित करने पर प्रसन्न हो जाते हैं। इस दिन व्रत-उपवास रखकर बेलपत्र-जल से शिव की पूजा-अर्चना करके जौ, तिल, खीर और बेलपत्र का हवन करने से समस्त मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।
व्रत नियम
. महाशिवरात्रि के दिन चावल, गेहूं आदि से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
. इस दिन मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए।
. महाशिवरात्रि के दिन बेसन, मैदा आदि से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
. महाशिवरात्रि का व्रत रखने वाले व्रती को दिन में नहीं सोना चाहिए। मान्यता है कि दिन में सोने से व्रत का फल नहीं मिलता है।
. वाद-विवाद से बचना चाहिए।
. कटु शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
. चाय, फल और दूध आदि का सेवन किया जा सकता है।
. साबुदाने की खिचड़ी का सेवन किया जा सकता है।
Comment List