भरतपुर के पूर्व राजपरिवार का कलह: पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह पर बेटे अनिरुद्ध का आरोप, वो मेरी मां के प्रति हिंसक हो गए
भरतपुर के पूर्व राज परिवार में उपजा राजनीतिक कलह अब जगजाहिर हो गई है। पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह ने उनके खिलाफ बगावत कर दी है। खुद अनिरुद्ध ने सोमवार को सुबह करीब 11:30 बजे एक ट्वीट के जरिए इसकी पुष्टि की है। हालांकि इस ट्वीट को 4 घंटे बाद हटा लिया गया। इसमें अनिरुद्ध ने अपने पिता विश्वेंद्र सिंह पर मां के प्रति हिंसक होने और शराबी होने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
जयपुर। भरतपुर के पूर्व राज परिवार में उपजा राजनीतिक कलह अब जगजाहिर हो गई है। पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह ने उनके खिलाफ बगावत कर दी है। खुद अनिरुद्ध ने सोमवार को सुबह करीब 11:30 बजे एक ट्वीट के जरिए इसकी पुष्टि की है। हालांकि इस ट्वीट को 4 घंटे बाद हटा लिया गया। इसमें अनिरुद्ध ने अपने पिता विश्वेंद्र सिंह पर मां के प्रति हिंसक होने और शराबी होने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पूर्व राजपरिवार में पिता और पुत्र की बीच उपजे इस कलह के संबंध में दोनों से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन दोनों से बात नहीं हो पाई। बेटे अनिरुद्ध ने मोबाइल नहीं उठाया और पिता ने भी किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी।
पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व मंत्री विश्वेन्द्र सिंह पिछले साल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत करने वाले सचिन पायलट खेमे में थे। अनिरुद्ध सिंह ने ट्वीट किया है कि पिछले 6 सप्ताह से मैं अपने पिता के संपर्क में नहीं हूं। वे मेरी मां के प्रति हिंसक हो गए हैं और कर्ज ले लिया, शराबी हो गए हैं, जो दोस्त मेरी मदद करते हैं, उनके बिजनेस बर्बाद कर दिए हैं। यह केवल राजनीतिक विचारधाराओं का अंतर नहीं है। एक यूजर को जवाब देते हुए अनिरुद्ध ने लिखा है कि मैंने और मेरी मां ने 30 साल मध्यमवर्गीय परिवार के मूल्यों का पालन किया।
पहले बताया था अफवाह
करीब एक माह पहले अनिरुद्ध सिंह ने सोशल मीडिया पर भरतपुर के पूर्व राजपरिवार में अनबन को लेकर चल रही चर्चाओं को गलत बताया था। अनिरुद्ध ने ट्वीट करके सोशल मीडिया की चर्चाओं को कोरी अफवाह बताया था। अब उसी के उलट अनिरुद्ध ने खुद बगावत का ऐलान कर दिया है।
पिता-पुत्र के राजनीतिक विचार नहीं मेल खा रहे
अनिरुद्ध सिंह इन दिनों खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में ट्वीट करते हैं। पिछले दो साल से अनिरुद्ध का यही ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। उनके ट्वीट बीजेपी के पक्ष में और कांग्रेस के खिलाफ होते हैं। विश्वेंद्र सिंह के मंत्री रहते समय भी अनिरुद्ध के कई ट्वीट से विवाद हुआ। इसका उन्हें सियासी नुकसान भी हुआ। बताया जाता है कि इसे लेकर भी पिता-पुत्र के बीच मतभेद थे। हालांकि विश्वेंद्र सिंह और दिव्या सिंह पहले भाजपा में थे और उनका हिंदू संगठनों के प्रति भी सॉफ्ट कॉर्नर रहा है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जब भरतपुर आए थे, तब विश्वेन्द्र सिंह ने उनसे सार्वजनिक रूप से मुलाकात भी की थी।
प्रशंसक नाराज
अनिरुद्ध की इस बगावत के बाद विश्वेंन्द्र सिंह के प्रशसंकों ने काफी नाराजगी जताई है। अनिरुद्ध सिंह के ट्वीट पर रिप्लाई करने वाले ज्यादातर यूजर्स ने अनिरुद्ध को पिता का सम्मान करने की सलाह दी है। कुछ यूजर्स ने लिखा है कि इस तरह पारिवारिक मामलों को सार्वजनिक करना सही नहीं है। भरतपुर के कई यूजर्स ने विश्वेंद्र सिंह के प्रति समर्थन जताते हुए घर का मामला घर में ही सुलझाने की सलाह दी है।
मैं सचिन के साथ हूं
अनिरुद्ध सिंह ने कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट करके कहा था कि मैं सचिन पायलट के साथ मजबूती से खड़ा हूं। यह समर्थन परिवार या दोस्तों से प्रभावित नहीं है।
पत्नी और बेटा है विरोध में
वैसे तो भरतपुर के पूर्व राजघराने में पैदा हुए कलह की खबरें कुछ महीनों से चर्चा का विषय बनी हुई थीं। पहले भरतपुर में दबी जुबान में लोग चर्चाएं कर रहे थे। फिर राजनीतिक हलकों में ये चर्चाएं होने लगीं। अब बेटे अनिरुद्ध सिंह के ट्वीट से उन चर्चाओं पर मुहर लग गई है। इस लड़ाई में विश्वेद्र सिंह अलग-थलग है। उनका बेटा अनिरुद्ध और पत्नी दिव्या सिंह एक साथ हैं। यहां पहुंची खबरों के अनुसार भरतपुर के पूर्व राजघराने में पिता, पुत्र और पत्नी के झगड़े में सियासी वजह भी है। विश्वेंद्र सिंह की इच्छा के खिलाफ अनिरुद्ध ने उनके ट्विटर हैंडल से ऐसे ट्वीट करवाए, जो उनकी पॉलिटिकल लाइन के खिलाफ थे, क्योंकि उनसे विश्वेन्द्र को नुकसान हुआ। इसको लेकर दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ। बेटे से झगड़े के बाद उन्होंने अपने ट्विटर, फेसबुक सहित सभी सोशल मीडिया अकाउंट बंद करवा दिए थे।
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