मिताली राज: अपनी मेहनत के दम पर आगे बढ़कर दिखाया

अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में आज तक का सर्वाधिक स्कोर बना कर कीर्तिमान स्थापित किया।

मिताली राज: अपनी मेहनत के दम पर आगे बढ़कर दिखाया

पुरस्कार : 2003 की क्रिकेट उपलब्धियों के लिए मिताली राज को 21 सितम्बर 2004 को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

मिताली राज का जन्म 3 दिसम्बर 1982 को जोधपुर, राजस्थान में हुआ था। उन्होंने भरतनाट्यम नृत्य में भी ट्रेंनिग प्राप्त की है।
क्रिकेट के कारण वह अपनी भरतनाट्यम् नृत्य कक्षाओं से बहुत समय तक दूर रहती थी। तब नृत्य अध्यापक ने उन्हे क्रिकेट और नृत्य में से एक चुनने की सलाह दी थी। उनकी मां लीला राज एक अधिकारी थी। उनके पिता धीरज राज डोराई राज बैंक में नौकरी करने के पूर्व एयर फोर्स में थे। वे स्वयं भी क्रिकेटर रहे हैं, उन्होंने मिताली को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयत्न किया। उसके यात्रा खर्च उठाने के लिए अपने खर्चों में कटौती की। उनकी मां  ने बेटी की के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि जब खेलों के अभ्यास के पश्चात थकी-हारी लौटे तो वह अपनी बेटी का ख्याल रख सके।   मिताली के माता-पिता ने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसके कारण वह अपने इस मुकाम तक पहुँच सकी है। मिताली राज ने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 1999 में पहली बार भाग लिया। यह मैच मिल्टन कीनेस, आयरलैंड में हुआ था जिसमें मिताली ने नाबाद 114 रन बनाए। उन्होंने 2001-2002 में लखनऊ में इंग्लैंड के विरुद्ध प्रथम टैस्ट मैच खेला। मिताली जब प्रथम बार अंतराराष्ट्रीय टेस्ट मैच में शामिल हुईं तो बिना कोई रन बनाए   आउट हो गई। लेकिन अपनी मेहनत के दम पर आगे बढ़कर दिखाया और अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में आज तक का सर्वाधिक स्कोर  बना कर कीर्तिमान स्थापित किया।   
 पुरस्कार : 2003 की क्रिकेट उपलब्धियों के लिए मिताली राज को 21 सितम्बर 2004 को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

Post Comment

Comment List

Latest News