रामनाथ कोविंद ने उल्लेखनीय योगदान के लिए 28 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से किया सम्मानित

समारोह में हस्तियों को पुरस्कार प्रदान किए

रामनाथ कोविंद ने उल्लेखनीय योगदान के लिए 28 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से किया सम्मानित

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए 28 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कारों से सम्मानित किया।

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए 28 महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कारों से सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में इन हस्तियों को ये पुरस्कार प्रदान किए गए। इन हस्तियों में त्रिपुरा की डॉक्टर इला लोध भी शामिल हैं जिन्हें मरणोपरांत इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनके पुत्र ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। 2020 के नारी शक्ति पुरस्कार पाने वालों में गैर सरकारी संगठन चलाने वाली बिहार के भोजपुर की अनीता गुप्ता, उत्तर प्रदेश के खेरी की हथकरघा बुनकर और अध्यापक आरती राणा , तमिलनाडु की एंब्रॉयडरी कारीगर जया मुथु और तेजअम्मा, मध्य प्रदेश की आदिवासी कलाकार जे भाई बैगा , पंजाब की सिक्की ग्रास कलाकार मीरा ठाकुर, जमीनी स्तर पर नवाचार करने वाली जम्मू कश्मीर की नासिरा अख्तर , सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाली कर्नाटक की निवृत्ति राय, लद्दाख की पारंपरिक वेशभूषा को संरक्षित रखने वाली पदमा यंगचान, जम्मू कश्मीर की दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता संध्या धर, जेनेटिक रोग से ग्रसित महाराष्ट्र की कथक नृत्यांगना एस नंदकिशोर अगवाने, नेत्रहीनों के लिए काम करने वाली केरल की टिफनी बरार, ऑर्गेनिक खेती करने वाली गुजरात की ऊषाबेन दिनेश भाई वासवा और वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाली महाराष्ट्र की वनीता जगदेव बोराडे शामिल हैं।

2021 के लिए नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाली हस्तियों में हिमाचल प्रदेश की हथकरघा विशेषज्ञ अंशुल मल्होत्रा, राजस्थान की लोक गायक भटोल बेगम, पशुपालन क्षेत्र की उद्यमी महाराष्ट्र की कमल कुंभार, छत्तीसगढ़ की सामाजिक कार्यकर्ता मधुलिका रामटेक, पश्चिम बंगाल की गणितज्ञ और प्रोफेसर नीना गुप्ता, उत्तर प्रदेश की हिंदी लेखिका नीरजा माधव, गुजराती लेखिका निरंजना बेन मुकुल भाई, हरियाणा की किसान एवं उद्यमी पूजा शर्मा, देश की पहली मर्चेंट नेवी महिला कैप्टन कर्नाटक की राधिका मेनन, आंध्र प्रदेश विश्वविद्यालय की प्रोफेसर प्रसन्ना, कर्नाटक की सामाजिक कार्यकर्ता शोभा गस्ती, दिव्यांग जनों के अधिकारों के लिए काम करने वाली ओडिशा की श्रुति महापात्रा, अरुणाचल प्रदेश की उद्यमी टी आर ताखे और तमिलनाडु की मनोचिकित्सक तारा रंगास्वामी शामिल हैं।

Post Comment

Comment List

Latest News