अलवर: तहसीलदार का रीडर 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार, भूमि नामांतरण खोलने की एवज में मांगे थी घूस
अलवर जिले के रामगढ़ तहसीलदार के रीडर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शुक्रवार को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। रीडर ने 6 बिस्वा जमीन का नामांतरण खुलवाने के नाम पर परिवादी से 1.50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित की ओर से पहली किश्त के रूप में 93 हजार रुपए पूर्व में दिए जा चुके थे।
अलवर। जिले के रामगढ़ तहसीलदार के रीडर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शुक्रवार को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार रीडर ने 6 बिस्वा जमीन का नामांतरण खुलवाने के नाम पर परिवादी से 1.50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस पर पीड़ित की ओर से पहली किश्त के रूप में 93 हजार रुपए पूर्व में दिए जा चुके थे। अब दूसरी किस्त के 50 हजार रुपए लेते समय एसीबी की टीम ने रीडर को रंगे हाथों दबोच लिया। एसीबी के एएसपी विजयपाल ने बताया कि रामगढ़ तहसीलदार धूड़ाराम के रीड़र प्रवीण सैनी को तहसील कार्यालय में 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। रीडर ने मिलकपुर गांव के परिवादी अश्वनी शर्मा से जमीन का म्यूटेशन खोलने के लिए कुल 1.50 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी, जिसमें से 93 हजार रुपए पहली किश्त में ले लिए गए।
उन्होंने बताया कि दूसरी किश्त के रूप में 50 हजार रुपए दिए जाने थे। यह राशि लेते समय एसीबी ने रीडर को तहसील कार्यालय में ही ट्रैप कर लिया। इस दौरान एसीबी को देख रीडर ने भागने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उसे वहीं दबोच लिया। असल में परिवादी की रोड से लगती 6 बिस्वा जमीन का नामांतरण कराना था। परिवादी ने यह जमीन खरीदी थी। इसके बाद जमीन का म्यूटेशन नहीं खुल पा रहा था। इस कारण तहसीलदार के रीडर प्रवीण सैनी ने जमीन का म्यूटेशन खोलने के लिए परिवादी से 1.50 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। इस मामले में तहसीलदार घमण्डीराम की भूमिका भी संदेहास्पद है। इसकी जांच की जा रही है। रीडर के तहसील कार्यालय में ही रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के कारण एसीबी को शक है कि तहसीलदार की भी मिलीभगत हो सकती है।
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