श्याम बाबा निकले नगर भ्रमण पर, बाबा के शिखरबंद पर लहराया सूरजगढ़ का निशान
खाटू श्याम जी का लक्खी मेले का समापन
374 वां निशान उल्लास उमंग और हर्ष के साथ मंदिर प्रांगण में नाच गाने के साथ श्रद्धा भाव के साथ चढ़ाया गया।
खाटूश्यामजी। नीले घोड़े पर सवार होकर पगड़ी पहने बाबा श्याम अपने भक्तों को दर्शन देने के लिये सोमवार को नगर भ्रमण के लिए निकले। रथ यात्रा बाबा श्याम के दरबार से रवाना हुई। रथयात्रा के सामने नाचते गाते भक्त इस श्याम के रंग मे रंगे हुए दिखाई दे रहे थे तो वही बाबा श्याम के रथ को छूने को आतूर श्याम दीवाने मनमस्त दिखे। साथ ही रथयात्रा मे प्रसाद लेने के लिये भी भक्तों मे होड लगी रही। बाबा श्याम की रथयात्रा मंदिर से आरम्भ होकर श्याम कुंड, अस्पताल चौराहे, पुराने बस स्टैंड होते हुए मुख्य बाजार पहुंची जहां बाबा की पूजा अर्चना के साथ यात्रा का समापन किया गया। उधर, बाबा श्याम के लक्खी मेले मे एकादशी के अवसर पर नवें दिन श्याम भक्तों का तांता लगा रहा। रींगस से खाटूधाम के बीच नाचते गाते श्याम प्रेमी श्याम प्रभु का दीदार करने के लिये बेताब नजर आए।
खाटू श्याम जी का लक्खी मेले का समापन
राजस्थान के सीकर जिले के रींगस के खाटू श्याम जी का लक्खी मेले का मंगलवार को समापन हो गया। ये मेला 6 मार्च से शुरू हुआ था जो 15 मार्च तक चला। 374 वां निशान उल्लास उमंग और हर्ष के साथ मंदिर प्रांगण में नाच गाने के साथ श्रद्धा भाव के साथ चढ़ाया गया। आज सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर बाबा श्याम को सूरजगढ़ का निशान चढ़ाया गया। इसी के साथ खाटू श्याम जी के लक्खी मेले का समापन हुआ। जैसे ही निशान चढ़ा श्याम भक्तों में खुशी की लहर छा गई। मंदिर प्रांगण में बड़ा उल्लास था निशान चढ़ने के साथ ही मेले समापन की घोषणा की गई। बाबा के इस मेले में करीब 35 लाख भक्तों ने बाबा के दर्शन किए और मनोकामनाएं मांगी। खाटूश्यामजी में 2 दिन बाद श्याम प्रभु के साथ होली खेलगे।
हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा को नहीं मिली अनुमति
श्याम भक्तों के द्वारा बाबा श्याम के लक्खी मेले में एकादशी के दिन कस्बे में हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा व इत्र की बौछार के लिए अनुमति मांगी थी। प्रशासन ने पहले तो अनुमति प्रदान कर दी थी लेकिन देर रात एक आदेश जारी कर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर रखते हुए अनुमति नहीं दी।
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