गैंगस्टर भानू प्रताप सिंह व पुलिस कर्मियों की हत्या के आरोप में 11 साल से फरार बदमाश गिरफ्तार

पुलिस मुख्यालय से 10 हजार व कोटा पुलिस ने पांच हजार किया इनाम घोषित, उदयपुर व कोटा रेंज का 11 साल से था मोस्ट वांटेड

गैंगस्टर भानू प्रताप सिंह व पुलिस कर्मियों की हत्या के आरोप में 11 साल से फरार बदमाश  गिरफ्तार

बदमाश पर कोटा पुलिस ने पांच हजार तथा जयपुर मुख्यालय ने दस हजार का इनाम घोषित किया था।

कोटा । गैंगस्टर भानू प्रताप सिंह सहित दो पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या करने व चार पुलिस जवानों को घायल करने के मामले पिछले 11 साल से फरार मोस्ट वांटेड इनामी बदमाश नरेन्द्र सिंह उर्फ किट्टू को भीमगंजमंडी   पुलिस ने अकलतरा  छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया है। बदमाश पर कोटा पुलिस ने पांच हजार तथा जयपुर मुख्यालय ने दस हजार का इनाम घोषित किया था। आरोपी बदमाश उदयपुर रेंज व कोटा रेंज का वांछित व मोस्ट वांटेड था। आरोपी बदमाश ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर   2011 में थाना बिजौलिया जिला भीलवाड़ा में पुलिस अभिरक्षा में बंदी हाडौती भानू प्रताप सिंह सहित पुलिस कर्मियों की बैन पर अंधाधुंध गोली चलार्इं थी। जिससे भानू प्रताप सिंह सहित दो पुलिस जवानों की मौत हो गई थी। जबकि चार पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। मामले में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी 10 मार्च 2010 से खेड़ली फाटक गैंगस्टर शिवराज सिंह के मकान पर दबिश दी थी। वहां पर आरोपी भीमगंजमंडी थाना क्षेत्र में डकैती की योजना बनाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद आरोपी कोर्ट से फरार चल रहा था। आरोपी  बदमाश के खिलाफ कोर्ट ने स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। आरोपी को कोटा  पुलिस ने जिला स्तरीय टॉप टेन की सूची में शामिल किया था।

 पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने बताया कि पूर्व में शिवराज सिंह व भानू गैंग के मध्य हाड़ोती में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर कई बार खून की होली खेली जा चुकी है। जिसमें सबसे पहले भानू गैंग द्वारा कोटा में वर्ष 2008 में गैंगस्टर लाला बैरागी की सरेआम नृशंस हत्या कर दी गई। इसके बाद वर्ष 2011 में शिवराज सिंह  के भाई बृजराज सिंह व पिंटू की जोगणिया  माता मंदिर के पास बैगू जिला चित्तौडगढ़ में नृशंस हत्या कर दी गई थी। 2011 में शिवराज गैंग द्वारा पुलिस हिरासत में गैंगस्टर भानू प्रताप सिंह की हत्या तथा दो पुलिस जवानों को बिजौलिया थाना क्षेत्र में मौत के घाट उतार दिया गया। 2019 में कोटा शहर के आरकेपुरम थाना क्षेत्र में भानू प्रताप सिंह गैंग के सरगना रणवीर चौधरी की शिवराज गैंग द्वारा हत्या कर दी गई थी। आरोपी बदमाश सभी मामलों में शामिल था। कोटा पुलिस भानू प्रताप सिंह गैंग के हार्ड कोर गैंगस्टर सुमेर सिंह वर्ष 2009 से फरार चल रहा था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया और भानू गैंग पर पूरी लगाम कस दी थी, लेकिन मंगलवार को गैंगस्टर शिवराज सिंह के भाई नरेन्द्र सिंह उर्फ किट्टू उर्फ अंकित को गिरफ्तार कर वर्चस्व की लड़ाई पर फिर से लगाम कस दी है।
     क्या था मामला
 एसपी ने बताया कि 10 मार्च 2010 को खेडली फाटक स्थित शिवराज सिंह के मकान की घेराबंदी कर पुलिस ने दबिश दी थी। वहां से डकैती का षड्यंत्र रचते आरोपी जोगेन्द्र सिंह उर्फ गुड्डू निवासी कोटा, विनोद राठोर निवासी भिंड, पवन राजपूत  निवासी भिंड, रामू उर्फ विराज सिंह निवासी इटावा, गिर्राज सिंह निवासी भिंड, रामू उर्फ विराज  सिंह निवासी भिंड व नरेन्द्र सिंह निवासी इटावा को  गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से 3 पिस्टल, 1 देशी कट्टा, 12 बोर दुनाली राइफल , पिस्टल मैंग्जीन व 252 कारतूस व एक कारतूस की पेटी, लाल मिर्च पाउडर, दो गाड़ी के फर्जी नंबर प्लेट व स्कार्पियों, चाकू,कटर, राइफल के  तीन बट तथा पासपोर्ट को बरामद किया गया था। आरोपी नरेन्द्र सिंह उर्फ कट्टू अदालत से  जमानत पर छूटा था। इसके बाद से आरोपी फरार  हो गया था। आरोपी को स्थाई वारंटी जारी किया था।

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