राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ का आमरण अनशन छठे दिन भी जारी
सरकार पर संवेदनहीनता का लगाया आरोप
पदनाम परिवर्तन करने, प्रशिक्षण की अवधि 3 साल व 6 महीने की इंटर्नशिप शामिल करने, डिप्लोमा का नाम परिवर्तन करने, वेटरनरी नर्सिंग काउंसिल गठित करने एवम् पशु चिकित्सा सहायक को हार्ड ड्यूटी भत्ता देने जैसी छोटी-छोटी मांगों के लिए संघ आंदोलनरत है।
जयपुर। पशुचिकित्साकर्मियों की मांगों के लिए आमरण अनशन लगातार छठें दिन शनिवार को पशुपालन निदेशालय के समक्ष जारी रहा। आमरण अनशन पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजय सैनी बैठे हुए हैं। उनके समर्थन में दौसा जिला अध्यक्ष रघुवीर अवस्थी ,जिला मंत्री चेतराम मीणा व जिला संघर्ष संयोजक लवलीन गुर्जर के नेतृत्व में दौसा जिले के साथी क्रमिक अनशन पर बैठे।। रविवार को अलवर के पशुचिकित्साकर्मी अनशन स्थल पर रहेंगे। संघ के महामंत्री सज्जन सिंह ने बताया कि पदनाम परिवर्तन करने, प्रशिक्षण की अवधि 3 साल व 6 महीने की इंटर्नशिप शामिल करने, डिप्लोमा का नाम परिवर्तन करने, वेटरनरी नर्सिंग काउंसिल गठित करने एवम् पशु चिकित्सा सहायक को हार्ड ड्यूटी भत्ता देने जैसी छोटी-छोटी मांगों के लिए संघ आंदोलनरत है।
जिनके लिए सरकार और विभाग से सैद्धांतिक सहमति भी प्राप्त है , 3 साल का लंबा समय निकल जाने के बाद भी सहमति प्राप्त मांगों को नही माने जाने से संघ आमरण अनशन के लिए मजबूर है ,विभाग व सरकार की असंवेदनशील नीतियों के कारण आज विभाग के कर्मचारी आंदोलन के लिए मजबूर हैं।सभी ने एक स्वर में कहा की हम सब एक है और मांगे नहीं माने जाने तक आंदोलन होगा।
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