वासंतिक नवरात्र दो अप्रैल से
इस बार किसी भी तिथि के क्षय नहीं होने से नवरात्रि महोत्सव पूरे नौ दिन का होगा।
चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक यानी दो से दस अप्रैल तक वासंतिक नवरात्र मनाए जाएंगे।
जयपुर। चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक यानी दो से दस अप्रैल तक वासंतिक नवरात्र मनाए जाएंगे। इस बार किसी भी तिथि के क्षय नहीं होने से नवरात्रि महोत्सव पूरे नौ दिन का होगा।
इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाएगी। आमेर के शिलामाता, मनसा माता, दुर्गापुरा की दुर्गामाता, घाटगेट श्मशान स्थित कालीमाता मंदिर सहित अन्य मंदिरों में नवरात्रि की तैयारियां जोरों पर है। चैत्र का संबंध भगवान श्रीराम से होने के कारण राम मंदिरों में भी बड़े स्तर पर कार्यक्रम होंगे। कोरोना महामारी के दो साल बाद इस बार शोभायात्रा और कलश यात्राएं भी निकलेंगी। ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि नवरात्रि में रवि पुष्य नक्षत्र के साथ सर्वार्थसिद्धी योग, रवि योग नवरात्रि के प्रभाव को और बढ़ाएंगे। सर्वार्थसिद्धी योग का संबंध मां लक्ष्मी से है इस योग में कार्य करने से सफल होते हैं।
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