महिला डॉक्टर सुसाइड मामले में बीजेपी नेता जितेंद्र गोठवाल गिरफ्तार
जितेंद्र गोठवाल को गिरफ्तार किया है
एक निजी हॉस्पिटल की महिला डॉक्टर के सुसाइड मामले में पुलिस ने बीजेपी नेता जितेंद्र गोठवाल को गिरफ्तार किया है। महिला डॉक्टर के पति ने बीजेपी नेता पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया था।
जयपुर। एक निजी हॉस्पिटल की महिला डॉक्टर के सुसाइड मामले में पुलिस ने बीजेपी नेता जितेंद्र गोठवाल को गिरफ्तार किया है।डॉ.अर्चना शर्मा सुसाइड केस में पुलिस ने भाजपा के पूर्व विधायक व भाजपा नेता जितेंद्र गोठवाल को गुरुवार जयपुर स्थित आवास से गिरफ्तार किया। इसके अलावा एक जने राम मनोहर बैरवा को भी गिरफ्तार किया। पुलिस ने दोनों आरोपितो को गुरुवार शाम न्यायालय में पेश किया गया। जिन्हें न्यायालय ने 15 दिवस की न्यायिक हिरासत में भेजा है। जिसकी पुष्टि एएसपी लालचंद कयाल ने की।
महिला डॉक्टर के पति का बीजेपी नेता पर लोगों को भड़काने का आरोप
महिला डॉक्टर के पति ने बीजेपी नेता पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया था। महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला का शव लेकर उसके परिजन घर चले गए थे, लेकिन बीजेपी नेता गोठवाल ने उन्हें भड़काया। परिवार वालों ने बीजेपी नेता की मदद से डॉ. अर्चना पर एफआईआर करा दी। इसके बाद अस्पताल के बाहर मुआवाजे की मांगा को लेकर प्रदर्शन किया। इसके बाद वह वापस अस्पताल आकर प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद महिला डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। इस मामले में डॉक्टर की मौत के बाद प्रदर्शन हुए।
भाजपा नेता गोठवाल का बयान
भाजपा के वरिष्ठ नेता जितेंद्र गोठवाल ने कहा महिला चिकित्सक डॉ अर्चना शर्मा की मौत पर दुख हुआ है। जो भी दोषी हो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए ।उन्होंने बताया कि दलित महिला प्रसूता की मौत होने पर सरकार से मुआवजे की मांग को लेकर मौके पर गया था। उनके आने के पहले थाने में मामला दर्ज हो गया था। जिसमें धारा 302 लगाई गई थी ।भाजपा नेता ने कहा की राष्ट्रीय कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को विगत दिनों टिकट बना कर भेजा था उसका दंड राज्य सरकार ने दिया है । उन्होंने बताया कि वह हर समाज और 36 कौम के न्याय के लिए लड़ता रहा हूं। किसी को उकसाने की कार्रवाई नहीं की। कोई साबित कर दे तो जीवन भर राजनीति छोड़ दूंगा । उन्होंने कहा सरकार के दबाव और प्रियंका गांधी से वाहवाही लूटने के लिए उन्हें लपेटा गया है। गुरुवार को पुलिस ने भाजपा नेता जितेंद्र गोठवाल को गिरफ्तार किया था।
ये है मामला
लालसोट के आनंद हॉस्पिटल में आशा बैरवा नामक प्रसूता को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाया गया था, जहां प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई थी। परिजनों व ग्रामीणों ने हंगामा किया था और रात करीब ढाई बजे बजे डॉ. दंपती पर हत्या की एफआईआर दर्ज होने और उचित मुआवजा दिए जाने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ था। मंगलवार की सुबह आनंद हॉस्पिटल की डॉ. अर्चना शर्मा ने अस्पताल परिसर में ही कक्ष के अंदर फंदा लगा लिया, फिलहाल पुलिस सुसाइड के कारणों की जांच कर रही है।
8 साल से हॉस्पिटल चला रहे डॉक्टर दंपती
डॉ. अर्चना शर्मा गाइनी थीं और पति डॉ. सुनीत उपाध्याय न्यूरो साइक्रेट्रिस्ट है। 8 साल से डॉक्टर दंपती हॉस्पिटल चला रहे हैं। हॉस्पिटल के डॉक्टर्स का कहना था कि ज्यादा ब्लड बहने से आशा की मौत हो गई थी। परिजन हत्या का आरोप लगा रहे थे। सुबह करीब 11 बजे तीसरी मंजिल पर स्थित डॉक्टर डॉ. अर्चना शर्मा के पास कोई स्टाफ गया तो कमरा बंद था। डा. अर्चना के पति को बताया। वे कमरे तक पहुंचे और गेट खोलने का प्रयास किया। दरवाजा नहीं खुला तो धक्का मारकर उसे खोला गया। कमरे में डॉक्टर अर्चना फंदे पर लटक रही थीं।
सुसाइड नोट वायरल हुआ था, लेकिन पुलिस ने इंकार किया था
लालसोट थाना प्रभारी अंकेश चौधरी ने बताया था कि कि डॉ. अर्चना शर्मा ने सुसाइड कर लिया है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उसके कमरे की तलाशी ली गई। जबकि सोशल मीडिया पर एक सुसाइड नोट वायरल हुआ, जो अर्चना शर्मा का ही बताया जा रहा था।
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