विदेशों से महंगा मंगवाने का टेंडर जारी
बिजली की मांग बढ़ने लगी हैं
गर्मी का मौसम शुरू होते हुए राजस्थान में बिजली की मांग बढ़ने लगी हैं। कोयला संकट के बीच छत्तीसगढ़ कोयला खदान मामले में अभी तक कोई हल नहीं निकलने पर ऊर्जा विभाग ने विदेश से कोयला मंगवाने का टेंडर जारी कर दिया है।
जयपुर। गर्मी का मौसम शुरू होते हुए राजस्थान में बिजली की मांग बढ़ने लगी हैं। कोयला संकट के बीच छत्तीसगढ़ कोयला खदान मामले में अभी तक कोई हल नहीं निकलने पर ऊर्जा विभाग ने विदेश से कोयला मंगवाने का टेंडर जारी कर दिया है। प्रदेश में पहले से जारी कोयला संकट के बाद अब गर्मी से चढ़ते पारे ने बिजली कम्पनियों को चिंता बढ़ा दी है। पिछले साल की तुलना में रोजाना 30 लाख यूनिट अधिक खपत हो रही है। जयपुर में 15 मार्च से पहले 20 करोड़ यूनिट रोजाना आपूर्ति थी, जो अब बढ़कर 27 करोड़ यूनिट हो गई। इसी वजह से 1500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीद की तैयारी तेज कर दी।
1500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीदेंगे
ऊर्जा विकास निगम ने 1500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें 600 मेगावाट सीजीपीएल थर्मल पावर प्लांट से खरीद प्रस्ताव भेज दिया। निगम उसी दर से बिजली खरीदेगा, जिस दर से गुजरात डिस्कॉम खरीद रहे हैं। वहीं, 800 मेगावाट बिजल शॉर्ट टर्म निविदा जारी, 15 अप्रैल से डेढ़ महीने के लिए खरीदी जाएगी। इसके अलावा 45 मेगावाट बिजली अडानी पावर प्लांट से खरीदी जाएगी।
चार गुना ज्यादा होगी कोयले की रेट
राजस्थान ने विदेश से कोयला मंगवाने का टेंडर जारी कर दिया है। विद्युत उत्पादन निगम ने विदेश से करीब 3.8 लाख मैट्रिक टन कोयला करीब 450 करोड़ रुपए में खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इंडोनेशिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से खरीद के बाद इसकी रेट मौजूदा दर से चार गुना ज्यादा होगी। विदेशी कोयले को कोल इंडिया कम्पनियों से राजस्थान को मिलने वाले कोयले में मिलाया जाएगा। हालांकि, कोयला मंत्रालय भी 2,170 मेगावाट क्षमता के बिजलीघरों के लिए अतिरिक्त कोयला उत्पाद कराने की सहमति दे चुका है।
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