सियासी घटनाक्रम के बीच बोले भंवर लाल शर्मा, मुख्यमंत्री गहलोत मेरे नेता, सुलह कमेटी केवल लॉलीपॉप

सियासी घटनाक्रम के बीच बोले भंवर लाल शर्मा, मुख्यमंत्री गहलोत मेरे नेता, सुलह कमेटी केवल लॉलीपॉप

राजस्थान में चल रहे सियासी संग्राम के बीच कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री भंवर लाल शर्मा ने कहा की अशोक गहलोत जी मेरे नेता है और रहेंगे। उनके नेतृत्व में ही सरकार पूरे पांच साल चलेगी। उन्होंने कहा कि जब एक बार पार्टी का अंदरुनी विवाद खत्म हो गया तो अब किसी की नाराजगी का कोई सवाल ही नहीं उठता।

जयपुर। प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल को लेकर चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भंवरलाल शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है। शर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर विश्वास जताते हुए कहा कि सीएम गहलोत मेरे नेता थे और मेरे नेता रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने सीएम से विप्र कल्याण बोर्ड बनाने की मांग की है। जल्द ही विप्र कल्याण बोर्ड का गठन होना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शर्मा ने मंगलवार को अपने निवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि अभी 2 महीने तक सीएम गहलोत किसी से मिलने वाले नहीं है, इसलिए 2 महीने तक मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मेरी भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा थी, लेकिन कई बार इच्छा का दमन भी करना पड़ता है। मैंने भी कभी सरकार गिराने की कोशिश की थी। लेकिन उस वक्त सीएम गहलोत ने मेरा साथ नहीं दिया वरना मैं भी तब सीएम बन गया होता। उस बात का मलाल मुझे आज भी है।

कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शर्मा ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं को उनका हक मिलना चाहिए, मेरी मंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। अगर सीएम गहलोत मुझे मंत्री बनाएंगे तब भी मैं मंत्री नहीं बनूंगा। उन्होंने कहा कि मेरे क्षेत्र की जनता के काम नहीं हो  रहे थे, इसलिए मैं पायलट कैंप के साथ मानेसर गया था। लेकिन अब जो-जो वादे सीएम गहलोत ने हमसे किए थे, वह सब वादे पूरे हो रहे हैं। सबके काम पूरे हो रहे हैं। वरिष्ठ कांग्रेस विधायक शर्मा ने कहा कि मैं सचिन पायलट को भी नेता मानता हूं, लेकिन सीएम अशोक गहलोत उनसे ऊपर है। उन्होंने साफ किया कि गहलोत मेरे नेता थे और मेरे नेता रहेंगे। कांग्रेस विधायक शर्मा ने कहा कि प्रदेश प्रभारी अजय माकन अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बयान देना अलग बात और काम होना अलग बात है। आज पता ही नहीं चलता कौन किसके साथ है। सुबह मैं किसी के साथ वह शाम को किसी और के साथ हूं, राजनीति में सब चलता रहता है।

उन्होंने स्पष्ट किया है कि सचिन पायलट किसी भी कीमत पर भाजपा में नहीं जाएंगे। कांग्रेस में सब कुछ एकजुट है। जबकि भाजपा के भीतर गुटबाजी बहुत ज्यादा है, भाजपा खुद अंतर्कलह से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब राहुल गांधी को अध्यक्ष पद की कमान संभालने चाहिए। राहुल गांधी अब मैच्योर नेता हो गए हैं और अकेले ही मोदी सरकार और भाजपा से लड़ रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शर्मा ने दावा किया कि सरकार में किसी विधायक के फोन टैप नहीं हो रहे हैं, यह केवल भ्रामक बातें हैं। साथ उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी मामले को शांत कराने के लिए ही कमेटियां बनाई जाती है। गौरतलब है कि कांग्रेस आलाकमान की ओर से गठित कमेटी के द्वारा 10 माह बाद भी पायलट कैंप की सुनवाई नहीं करने से नाराजगी बढ़ती जा रही है, जो अब खुलकर सामने आ चुकी है।

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