बकरामंडी से मुक्त हुई जमीन, निगम की आय पर लगा ब्रेक

नगर निगम करोड़ों के भूखंड की अब करेगा नीलामी

 बकरामंडी से मुक्त हुई जमीन, निगम की आय पर लगा ब्रेक

नगर निगम कार्यालय के नजदीक सीएडी रोड पर पिछले कई सालों से नगर निगम की जमीन पर बकरा मंडी लग रहीे थी। लेकिन अब उस जगह पर बकरामंडी कभी नजर नहीं आएगी। यह जमीन बकरामंडी से मुक्त हो गई है।

कोटा। नगर निगम कार्यालय के नजदीक सीएडी रोड पर पिछले कई सालों से नगर निगम की जमीन पर बकरा मंडी लग रहीे थी। लेकिन अब उस जगह पर बकरामंडी कभी नजर नहीं आएगी। यह जमीन बकरामंडी से मुक्त हो गई है। नगर निगम अब इस जमीन की नीलामी करेगा। सीएडी रोड पर नगर निगम का एक भूखंड है। जिस पर पिछले कई सालों से बकरा मंडी लग रही थी। इस कारण से वह जगह बकरा मंडी के नाम से ही पहचानी जाने लगी। यहां पहले तो रोजाना मंडी लग रही थी। बाद में मंगलवार व शनिवार को मंडी लगने लगी थी। नगर निगम द्वारा हर साल बकरा मंडी का ठेका किया जाता था। इससे निगम को हर साल करीब 15 लाख रुपए की आय होती थी। लेकिन पिछले करीब 5 साल से नगर निगम द्वारा टेंडर करने के बाद भी कोई ठेकेदार इस जमीन को ठेके पर लेने को तैयार नहीं हुआ। उसके बाद भी काफी समय तक बकरा मंडी बिना ठेके के ही चलती रही।

निगम ने कराया था जमीन को अतिक्रमण मुक्त
नगर निगम द्वारा तीन साल पहले बकरा मंडी की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया था। बकरा मंडी की जगह पर अवैध रूप से कई काम भी होने लगे थे। इसका पता भी अतिक्रमण हटाने के दौरान ही अधिकारियों को चला था। पूरे एक दिन की कार्यवाही के बाद करोड़ों रुपए की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। उसके बाद निगम ने इस जमीन के चारों तरफ चार दीवारी करवाई थी। लोहे का गेट लगाया और उसके बाद ताला लगाया गया।

जमीन का नहीं हो रहा उपयोग
नगर निगम द्वारा बकरा मंडी की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाने के बाद से उसका कोई उपयोग नहीं किया गया है। जिससे वह जमीन पिछले कई सालों से अनुपयोगी पड़ी हुई है। नगर निगम द्वारा देखभाल नहीं करने पर इस पर फिर से अतिक्रमण हो सकता है।

पशु मेला लगाने का प्रयास नहीं हुआ सफल
बकरा मंडी की जमीन को अतिक्रमण  मुक्त करवाने के बाद तीन साल पहले निगम अधिकारियों ने यहां पशु मेला लगाने का प्रयास किया था। उसके लिए यहां व्यवस्थाएं भी की थी। लेकिन पशु पालक यहां नहीं आए। जिससे पशु मेला भी यहां सफल नहीं हो सका। उसके बाद उस जमीन का कोई उपयोग नहीं हो सका।

अन्य जगह पर लगने लगी बकरा मंडी
सीएडी रोड स्थित नगर निगम के भूखंड से हटने के बाद यहां बकरा मंडी नहीं लगी। हालांकि ईद के मौके पर पुराने पशु मेला स्थल पर अघोषित रूप से बकरा मंडी लगती है। लेकिन वह अस्थाई है। अब बकरा मंडी नदी पार नांता व पत्थरमंडी क्षेत्र में लगने लगी है।

निगम की शर्तों की पालना नहीं
सूत्रों के अनुसार बकरा मंडी लगाने वाले ठेकेदारों पर नगर निगम अधिकारियों ने कई शर्त लगाई थी। उन शर्तों का संवेदक पालना करने को तैयार नहीं है। इस कारण से यह जगह हमेशा के लिए बकरा मंडी से मुक्त हो गई है।

इनका कहना है
बकरा मंडी का पिछले कई साल से ठेका नहीं हो रहा है। दो साल से तो कोरोना संक्रमण के कारण कोई संवेदक नहीं आया। अब निगम ने  बकरा मंडी की जमीन को इससे मुक्त करवा लिया है। इस जमीन को ठेके पर देने की जगह अब इसकी नीलामी की जाएग़ी। जिससे निगम को हर साल 15 लाख रुपए की जगह करोड़ों रुपए की आय होगी।   -राकेश शर्मा, उपायुक्त राजस्व, नगर निगम कोटा दक्षिण

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