वैश्विक आर्थिक वृद्धि की गति विभिन्न बाधाओं के कारण है अवरूद्ध : सीतारमण

अनिश्चितता का भी असर पड़ रहा है

वैश्विक आर्थिक वृद्धि की गति विभिन्न बाधाओं के कारण है अवरूद्ध : सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि की गति विभिन्न बाधाओं के कारण अवरूद्ध हो रही है। इस पर ऊंची मुद्रास्फीति के लंबे दौर, आपूर्ति श्रृंखला में बाधाओं, कच्चे तेल के बाजार में उफान और निवेशकों में अनिश्चितता का भी असर पड़ रहा है।

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि की गति विभिन्न बाधाओं के कारण अवरूद्ध हो रही है। इस पर ऊंची मुद्रास्फीति के लंबे दौर, आपूर्ति श्रृंखला में बाधाओं, कच्चे तेल के बाजार में उफान और निवेशकों में अनिश्चितता का भी असर पड़ रहा है। वाशिंगटन में जी-20 समूह के देशों के वित्त मंत्रियों और उनके केंद्रीय बैंकों के प्रमुखों की बैठक को निर्मला संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि जी-20 समूह वृहद आर्थिक चुनौतियों का सामना करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नीतियों के समन्वय को उत्प्रेरित करने के लिए एक अच्छी स्थिति में है। सीतारमण ने विश्व की अर्थव्यवस्थाओं की रक्षा के लिए सामूहिक प्रयास किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।

आईएमएफ का कहना है कि वैश्विक आर्थिक महामारी के दीर्घकालिक प्रभावों के साथ-साथ यूक्रेन संकट और ईंधन बाजार में कीमतों में भारी उछाल का निजी निवेश और उपभोग मांग पर असर पड़ रहा है। आईएमएफ ने भारत की वृद्धि दर 9.0 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।

Post Comment

Comment List

Latest News

सिद्दारमैया ने आरक्षण नीतियों में मोदी के दावों का किया खंडन, ज्ञान की कमी का लगाया आरोप सिद्दारमैया ने आरक्षण नीतियों में मोदी के दावों का किया खंडन, ज्ञान की कमी का लगाया आरोप
कांग्रेस ने आरक्षण कोटा पिछड़े वर्गों और दलितों से मुसलमानों को स्थानांतरित कर दिया है, एक झूठ है। उन्होंने प्रधानमंत्री...
लोकसभा चुनाव की राजस्थान में भजनलाल शर्मा ने संभाली कमान, किए धुआंधार दौरे 
रोड़वेज अधिकारियों को अब समय से पहुंचना होगा कार्यालय, लगाई बायोमेट्रिक मशीन
अखिलेश ने कन्नौज से भरा पर्चा, चुनावी जंग हुई दिलचस्प
एक समाज के प्रत्याशियों वाली सीटों पर अन्य बाहुल्य जातियों के भरोसे मिलेगी जीत
बाल वाहिनी अब होंगी और अधिक सुरक्षित
पुलिया का काम सात माह से अटका पड़ा, बढ़ी दिक्कतें