एक मरीज के एक साथ तीन हार्ट प्रोसीजर किए

दुनिया में किसी अस्पताल में नहीं हुए हैं

एक मरीज के एक साथ तीन हार्ट प्रोसीजर किए

शहर के जवाहर सर्किल स्थित निजी अस्पताल में चिकित्सकों ने एक ही मरीज के एक साथ 3 हार्ट प्रोसीजर किए। व्यक्ति को बचाने में सफलता प्राप्त की है।

जयपुर। शहर के जवाहर सर्किल स्थित निजी अस्पताल में चिकित्सकों ने एक ही मरीज के एक साथ 3 हार्ट प्रोसीजर किए। व्यक्ति को बचाने में सफलता प्राप्त की है। डॉक्टर्स का दावा किया है कि एक साथ तीन हार्ट प्रोसीजर अब तक दुनिया में किसी अस्पताल में नहीं हुए हैं। हार्ट के माइट्रल वॉल्व में सिकुड़न और कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज की समस्या भी थी, जिसे इटरनल अस्पताल के स्ट्रक्चरल हार्ट डिजीज विभाग के डायरेक्टर डॉ. अमित चौरसिया ने जटिल प्रोसीजर से ठीक किया।

इटरनल हॉस्पिटल के डॉ. चौरसिया ने बताया कि 52 वर्षीय इस मरीज के शरीर में आॅक्सीजन की मात्रा केवल 70 से 80 प्रतिशत तक रहती थी जोकि 98 से 100 प्रतिशत रहनी चाहिए। इसके अलावा जब मरीज की ईको-कार्डियोग्राफी की गई तो उनके माइट्रल वॉल्व में सिकुड़न और एंजियोग्राफी में दो कोरोनरी आर्टरी में ब्लॉकेज भी था।

नॉन सर्जिकल प्रोसीजर से किया इलाज
डॉ. अमित ने बताया कि बिना सर्जरी के इंटरवेंशन प्रोसीजर से इसे ठीक करने का निर्णय लिया। डिवाइस क्लोजर तकनीक से मरीज का फिस्टुला बन्द किया जिससे उनका ब्लड सेचुरेशन बढ़कर 90 से 92 प्रतिशत तक आ गया। प्रोसीजर के दौरान ही पता चला कि एक और फिस्टुला बना हुआ था जिसे डिवाइस से बंद किया गया व मरीज का ब्लड सेचुरेशन भी सामान्य हो गया। मरीज के माइट्रल वॉल्व में भी सिकुड़न की समस्या थी जिसे बैलून माइट्रल वॉल्वुक्टमी कर खोला गया। साथ ही एंजियोप्लास्टी से ब्लॉकेज भी ठीक कर दिया गया। खास बात यह रही कि यह तीनों प्रोसीजर मरीज को बिना वेंटीलेटर पर ले जाए, होश में रखकर किया गया।

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