विहिप का बड़ा आरोप: सरकार और उनके मंत्रियों में हिन्दू विरोध की होड़
परिषद ने कहा कि मंदिरों के पुनः निर्माण होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार अपने वोट-बैंक को खुश करने की नियत से अलवर जिला प्रशासन को मंदिरों को ध्वस्त करने की खुली छूट दी : सुभद्र पापड़ीवाल
जयपुर। अलवर के प्राचीन हिन्दू मंदिरों को तोड़कर सरकार सच्चाई और जवाबदेही के नाम पर सीनाजोरी कर रही है। विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष सुभद्र पापड़ीवाल ने कहा कि सरकार अपने वोट-बैंक को खुश करने की नियत से अलवर जिला प्रशासन को मंदिरों को ध्वस्त करने की खुली छूट दी है।
विहिप के प्रांत उपाध्यक्ष पापड़ीवाल ने कहा कि देश में कहीं भी घुसपैठियों या आतंकियों पर कार्रवाई होने पर कागेस तुरंत ही हिंदुओं के विरुद्ध अभियान प्रारंभ कर देते हैं। वे अपने वोट-बैंक को संतुलन का संदेश देने की नियत से ऐसे कदम उठाते हैं। दीपावली पर धारा 144 लगाना, रामनवमी हनुमान जयंती और महावीर जयंती पर जुलूसों पर पाबंदियां लगाना, कांवड़ यात्रियों पर रोक लगाना, कोटा में पीएफआई को जुलूस की इजाजत देना और कश्मीर फाइल्स पर धारा 144 लगाना, सालासर में रामपरिवार सहित तोरणद्वार पर बुलडोजर चलाना, करोली में हिंदुओं पर हिंसक हमले के मास्टरमाइंड मतलूब अहमद को सेफ पैसेज देना, अलवर में अतिप्राचीन हिन्दू मंदिरों- धर्मशालाओं को ध्वस्त करना, मुस्लिम समुदाय के आबादी क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु एवं इफ्तार की दावत हेतु राजकीय आदेश देना आदि ऐसे अनेकों कार्य किए गए हैं जो कि तुष्टिकरण की श्रेणी में आते हैं। हिंदू आस्था पर सीधा हमला हैं।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष सुभद्र पापड़ीवाल ने कहा कि सरकार के मंत्रियों में होड़ मची हुई है कि कौन अधिक हिन्दू विरोधी दिखाई देता है। इस हड़बड़ी में वे हिन्दुओं के पूज्य संतों और गुरुजनों के अपमान से भी नहीं चूकते हैं। विहिप ने आगाह किया है कि हिंदुओं पर सरकार की शह पर हो रहे इस प्रकार के हमलों के विरोध में संत समाज भी अब सड़कों पर उतर आया है। क्षेत्रीय विधायक और हिन्दू मंदिरों को ध्वस्त करने का आदेश देने वाले अधिकारियों की गिरफ्तारी और मंत्रियों की तुरंत बर्खास्तगी की मांग करते हुए परिषद ने कहा कि मंदिरों के पुनः निर्माण होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
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