पेयजल सप्लाई के दौरान नहीं हो बिजली कटौती : गहलोत
अनियमितता पर 2 अधिकारियों की क्लास लगाई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में पानी-बिजली की व्यवस्थाओं की फीडबैक लेते हुए अनियमितता पर 2 अधिकारियों की क्लास लगाई। इसके साथ ही गहलोत ने अधिकारियों को दो टूक निर्देश देते हुए कहा है कि पानी और बिजली की आपूर्ति में अनियमिता ना हो।
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में पानी-बिजली की व्यवस्थाओं की फीडबैक लेते हुए अनियमितता पर 2 अधिकारियों की क्लास लगाई। इसके साथ ही गहलोत ने अधिकारियों को दो टूक निर्देश देते हुए कहा है कि पानी और बिजली की आपूर्ति में अनियमिता ना हो। प्रदेश के गांव-ढाणी तक जल पहुंचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पेयजल सप्लाई के दौरान बिजली कटौती नहीं हो। सीएमआर पर ऊर्जा, पीएचईडी, आपदा प्रबंधन एवं सहायता, मनरेगा और गोपालन विभाग के कार्यो की गहलोत समीक्षा कर रहे थे। वीसी के जरिए कलेक्टर और संभागीय आयुक्त भी जुडेÞ। वीसी के जरिए मुख्यमंत्री ने जोधपुर, पाली, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, बाड़मेर, दौसा व झुंझुनूं कलेक्टरों से संवाद किया।
सीएमडी आरके गुप्ता की क्लास लगाई
मुख्यमंत्री ने सूरतगढ़ यूनिट में एक उपकरण से संबंधित मामला 15 दिन से लंबित होने पर उत्पादन निगम सीएमडी आरके गुप्ता की क्लास लगाई। वहीं राजवेस्ट खनन से जुड़े मामले में एसीएस सुबोध अग्रवाल की भी क्लास लगाई। अग्रवाल ने एक मामले में हाल ही परमिशन दी है। इस पर सीएम ने कहा कि जब स्थिति पता थी तो यह काम पहले क्यों नहीं किया। इसके बाद ऊर्जा सलाहकार एके गुप्ता को बिजली में आ रही परेशानियों पर डे-टू-डे देखरेख करने के निर्देश दिए।
समन्वय के साथ करें काम
गहलोत ने कहा कि सभी जिला कलेक्टर्स को कंटीजेन्सी कार्यों के लिए 50-50 लाख रुपए उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि आकस्मिक आवश्यकताओं को देखते हुए हैण्डपंप मरम्मत, टैंकरों से जल आपूर्ति, नए नलकूप आदि कार्य तत्काल किए जा सकें। प्रदेश में नियमित विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आमजन को राहत देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं।
शांति-सौहार्द बनाए रखने के लिए करें देखरेख
सीएमआर में कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में कानून-व्यवस्था सुदृढ बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। अपराध के खिलाफ सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस की रही है। अधिकारी राज्य में शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए प्रभावी देखरेख सुनिश्चित करें। पुलिस प्रो-एक्टिव एप्रोच के साथ कानून व्यवस्था बनाएं रखे। उन्होंने शांति एवं सौहार्द को बिगाड़ने वाले तत्वों की पहचान कर उनके विरूद्ध उचित कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
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