पशु चिकित्सालय में पशुओं की दवाओं का टोटा, 8 किमी दूर जाने की मजबूरी

केशवरायपाटन से दवाएं लेने जाना पड़ता है

पशु चिकित्सालय में पशुओं की दवाओं का टोटा, 8 किमी दूर जाने की मजबूरी

गामछ में संचालित पशु चिकित्सालय के पास अपना भवन भी होने से पंचायत के एक कमरे में ही अस्थाई रूप से पशु चिकित्सालय चल रहा है। लगभग डेढ़ माह से पशुओं के लिए भी दवाइयां नहीं मिल रही थी जिससे पशु पालकों को 8 किलोमीटर दूर से केशवरायपाटन जाकर जरूरी दवाइयां लाने को मजबूर होना पड़ रहा है।

गामछ ।  गामछ में संचालित पशु चिकित्सालय के पास अपना भवन भी होने से पंचायत के एक कमरे में ही अस्थाई रूप से पशु चिकित्सालय चल रहा है। लगभग डेढ़ माह से पशुओं के लिए भी दवाइयां नहीं मिल रही थी जिससे पशु पालकों को 8 किलोमीटर दूर से केशवरायपाटन जाकर जरूरी दवाइयां लाने को मजबूर होना पड़ रहा है। जिससे बाहर बाजार से महंगी दवाइया खरीदने पर जेब पर भी भार पड़ता है। समय और पैसों की बर्बादी हो रही हैं। बीमार पशुओं की दवाइयां नही मिलने से पशु पालकों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

डेढ़ माह से दवाइयां खत्म हो गई थी जो हमारे पास आई है। एक दो दिन में गामछ पशु चिकित्सालय में दवाइया पहुंच जाएगी।  गामछ में पशु चिकित्सालय पंचायत के एक कमरे में चल रहा है। पशु चिकित्सालय के लिए आगे अधिकारियों को अवगत करवाया है। बजट आने के बाद ही पशु चिकित्सालय बन सकेगा।
-विजयश्री राव, नोडल अधिकारी तालेड़ा उपखंड

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