दैनिक नवज्योति की खबर का असर: लावारिस मरीजों का उचित इलाज नहीं होने पर आयोग ने लिया प्रसंज्ञान

उचित इलाज नहीं होने का खुलासा किया था

दैनिक नवज्योति की खबर का असर: लावारिस मरीजों का उचित इलाज नहीं होने पर आयोग ने लिया प्रसंज्ञान

मानवाधिकार आयोग ने जोधपुर में लावारिस मरीजों के इलाज का उचित प्रबंध नहीं होने के मामले में स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लिया है। दैनिक नवज्योति, जोधपुर ने सरकारी अस्पताल में लावारिस मरीजों का उचित इलाज नहीं होने का खुलासा किया था।

जयपुर। मानवाधिकार आयोग ने जोधपुर में लावारिस मरीजों के इलाज का उचित प्रबंध नहीं होने के मामले में स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लिया है। दैनिक नवज्योति, जोधपुर ने सरकारी अस्पताल में लावारिस मरीजों का उचित इलाज नहीं होने का खुलासा किया था। आयोग ने जोधपुर कलक्टर और मथुरादास अस्पताल के अधीक्षक से प्रकरण की जांच उच्च स्तर पर करवाकर तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने को कहा है। आयोग ने कहा है कि यदि तथ्यात्मक रिपोर्ट से आयोग संतुष्ट नहीं होगा, तो लावारिस मरीजों को एक-एक लाख रुपए का मुआवजा दिलाने के साथ ही दोषी चिकित्सकों पर कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को लिखा जाएगा

 
कागजों में दौड रही लावारिसों के लिए उपचार की सुविधाएं, लेकिन धरातल पर सब फिसड्डी‘ शीषर्क से समाचार प्रकाशित किया था, जिसमें बताया कि एक लावारिस मरीज के पैर की नसों में खून का बहाव बंद होने के कारण उसका पैर सड़ गया था। एमडीएम अस्पताल में दिखाने पर उसे दवा देकर रवाना कर दिया। वहीं पूछने पर डॉक्टर ने कहा कि इसका पैर तो काटना पडेÞगा तो कभी भी काट देंगे। अभी इसे दवा देकर काम चलाओ। समाचार में बताया गया था कि मरीज का पैर पहले पंजों से काला पड़ना आरंभ हो गया था और यदि समय पर मरीज का पैर नीचे से नहीं काटा गया, तो उसे काटना पड़ सकता है।

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