भीलवाड़ा के अस्पताल में अंधविश्वास हावी: नमक के नीचे 2 घंटे दबाए रखे मासूम भाइयों के शव, पुलिस मुकदर्शक क्यो?
21वीं सदी में भले ही हम जी रहे हो, लेकिन समाज को अंधविश्वास की ऐसी बेड़ियों ने जकड़ा हुआ है, जिससे बाहर निकल पाना असंभव है। जिला मुख्यालय के सबसे बड़े अ श्रेणी प्राप्त महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर में ऐसा हादसो देखने को मिला।
शहर के द-पाम रिसोर्ट के स्विमिंग पूल में डूबने से हुई थी दोनों बच्चों की मौत शादी-समारोह की खुशियां मातम में बदली
भीलवाड़ा। 21वीं सदी में भले ही हम जी रहे हो, लेकिन समाज को अंधविश्वास की ऐसी बेड़ियों ने जकड़ा हुआ है, जिससे बाहर निकल पाना असंभव है। जिला मुख्यालय के सबसे बड़े अ श्रेणी प्राप्त महात्मा गांधी चिकित्सालय परिसर में ऐसा हादसा देखने को मिला। यहां दो मासूम बच्चों के शवों को नमक के नीचे 2 घंटे तक इस आस और विश्वास के दबाए रखा कि वह जीवित हो जायेंगे। ऐसा भी नहीं कि वहां पुलिस मौजूद नहीं थी, लेकिन सब कुछ अपनी आंखों के सामने होता देख कर पुलिस भी मूक दर्शक बनी खड़ी नजर आई। जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र में स्थित द पाम रिसोर्ट में आयोजित एक शादी-समारोह में भाग लेने काछोला निवासी अमित काष्ट के दो बेटे अरनव व अहान को परिजनों के साथ आये थे। परिजन शादी समारोह में व्यस्त थे, जबकि दोनों मासूम भाई खेलते हुए रिसोर्ट परिसर में बने स्वीमिंग पूल की ओर चले गये, जो खेल-खेल में अंदर जा गिरे।
परिजनों का ध्यान जब इन बच्चों की ओर गया तो उन्होंने बच्चों की तलाश शुरू की। इस दौरान दोनों बच्चे स्विमिंग पूल में मिले। दोनों बच्चों को परिजनों ने निकाल कर एमजी अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद में परिजन दोनों बच्चों को अस्पताल परिसर में ही स्थित मोर्चरी की ओर ले गए, लेकिन यहां मोर्चरी में शव ले जाने के बजाय दोनों शवों को मोर्चरी के बाहर भूमि पर रख दिया और उन पर नमक डालकर दबा दिया, वहां मौजूद परिजनों व अन्य लोगों का कहना था कि इससे दोनों बच्चे जीवित हो जायेंगे। लगभग दो घंटे तक दोनों शव नमक में खुले में पड़े रहे। इस हादसे से शादी-समारोह की खुशिया मातम में बदल गई। काछोला कस्बे में भी शोक छा गया।
नहीं थे सुरक्षा के इंतजाम
हादसे को लेकर कैलाश पुत्र बंशीलाल कोठारी ने कोतवाली पुलिस को रिपोर्ट दी जिसमें बताया कि उनके छोटे भाई जगदीश के दो दोहिते अरनव व अहान पुत्र अमित काष्ट परिजनों के साथ द पॉम रिसोर्ट में शादी-समारोह में आये थे। रिसोर्ट परिसर में ही तरण ताल (स्वीमिंग पूल) में गिरकर डूबने से अरनव व अहान की मौत हो गई। कोठारी का आरोप है कि द पॉम रिसोर्ट के मालिक ने तरणताल के पास कोई तारबंदी नहीं कर रखी थी और न ही कोई सुरक्षा के इंतजाम किये, जिससे यह हादसा हुआ।
Comment List