बिजली संकट के बीच GUD NEWS, आज भी नहीं होगी कटौती

सोलर-विंड मदद से 1500 मेगावाट की अधिकता, मांग और सप्लाई में अंतर हुआ कम, सोमवार को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं हुई कटौती

 बिजली संकट के बीच GUD NEWS, आज भी नहीं होगी कटौती

औद्योगिक इकाइयों को भी बिजली संकट से राहत, आज 14 घंटे मिलेगी बिजली

 जयपुर। राज्य में जारी बिजली संकट के बीच उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है। डिमांड की तुलना में उपलब्धता बढ़ने से सोमवार को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोई कटौती नहीं की गई। अब आखातीज, ईद और परशुराम जयंती पर मंगलवार को भी कोई बिजली कटौती नहीं की जाएगी। डिमांड-सप्लाई की लगातार मॉनिटरिंग के बाद आगामी दिनों में कटौती का फैसला लिया जाएगा। पिछले एक दो दिनों से मौसम में बदलाव से डिमांड कम हुई है। पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा के चलते बिजली सप्लाई स्थिति में सुधार हुआ है। वर्तमान में पवन ऊर्जा से करीब 2400 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। सौर ऊर्जा से भी 2150 मेगावाट बिजली मिल रही है।

महंगी खरीद रेट से भी राहत
संकट के बीच बिजली कम्पनियों को कुछ दिन से महंगी रेट पर बिजली खरीदने पर भी नहीं मिल रही थी। अब पावर एक्सचेंज में अन्य दिनों की तुलना में कम रेट से बिजली मिल रही है। सोमवार को बिजली खरीद रेट 10.26 रुपए यूनिट और औसत 4.80 रुपए प्रति यूनिट रही। इस वजह से 200 से 700 मेगावाट की पावर एक्सचेंज में बिजली मिल गई। मौसम में बदलाव की वजह से अन्य दिनों की तुलना में डिमांड भी एक हजार से 1500 मेगावाट कम हो गई है। ऊर्जा विभाग के सूत्रों के मुताबिक एक मई से पहले बिजली डिमांड कटौती के बाद भी करीब 13 हजार मेगावाट थी। अब बिना कटौती के 11,500 से 13,000 मेगावाट चल रही है।

1500 मेगावाट अधिक बिजली उपलब्ध
प्रदेश में सोमवार को 12 हजार मेगावाट बिजली की डिमांड रही, जबकि विभाग के पास 13 हजार 500 यूनिट बिजली उपलब्ध रही। विद्युत उत्पादन निगम के पास 1500 मेगावाट बिजली की अधिक उपलब्धता रही। कुल बिजली उपलब्धता में राजस्थान की बिजली उत्पादन इकाइयों से 10 हजार 500 मेगावाट और सोलर से 2150 मेगावाट बिजली मिली।

औद्योगिक इकाईयों को भी राहत
राज्य सरकार ने तीन मई को औद्योगिक इकाइयों को सुबह दस से छह बजे यानी आठ घंटे बिजली देना तय किया था। अब राहत देते हुए कुल 14 घंटे बिजली दी जाएगी। औद्योगिक इकाइयों को तीन मई को रात 12 से सुबह छह बजे तक और सुबह दस से शाम छह बजे तक बिजली आपूर्ति की जाएगी।

सूरतगढ़ थर्मल की एक इकाई से उत्पादन शुरू, चार अभी भी ठप
 प्रदेश में जारी बिजली संकट के बीच कुछ समय से बंद पड़ी सूरतगढ़ की 250 मेगावाट क्षमता थर्मल इकाई से बिजली उत्पादन शुरू हो गया है। कोटा की 210 मेगावाट क्षमता की थर्मल इकाई के इसी सप्ताह शुरू होने की संभावना है। राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम की वर्तमान में चार इकाइयां अभी भी ठप पड़ी हैं। सूरतगढ़ की चालू हुई थर्मल इकाई पिछले दिनों मेंटनेंस के नाम पर शटडाउन रखी गई थी। इस इकाई से उत्पादन शुरू होने पर डिस्कॉम को 250 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिल सकेगी। निगम अफसरों के मुताबिक कोटा थर्मल की 210 मेगावाट क्षमता वाली इकाई अगले तीन से चार दिनों में शुरू होने के प्रयास जारी हैं। वर्तमान में कालीसिंध की 600 मेगावाट, छबड़ा थर्मल की 250 मेगावाट, सूरतगढ़ थर्मल सुपर क्रिटिकल की 660 मेगावाट क्षमता इकाई और कोटा थर्मल की 210 मेगावाट इकाई से उत्पादन बंद है। इनमें सूरतगढ़ थर्मल सुपर क्रिटिकल 660 मेगावाट इकाई में बुशिंग पार्ट फॉल्ट होने के कारण सुधार के लिए बीएचएल भोपाल भेजा गया है, जो जून तक ठीक हो पाएगी।

एक्शन में मोदी सरकार, अमित शाह के घर हाई लेवल मीटिंग
नई दिल्ली। देश में चल रहे बिजली संकट को लेकर मोदी सरकार एक्शन में आ गई है। कोयले की सप्लाई बाधित होने से रोके जाने को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बैठक हुई। जिसमें रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह और कोयला मंत्री प्रहृलाद जोशी शामिल हुए। बैठक के लिए कोयला और ऊर्जा सचिव समेत कई बड़े अधिकारियों को भी बुलाया गया। बैठक में वर्तमान स्थिति और कोयले की उपलब्धता और इसकी सुचारू आपूर्ति के बारे में समीक्षा की गई। बैठक में पावर प्लांट्स तक कोयला पहुंचाने पर जोर दिया गया साथ ही कोयले की सप्लाई को कैसे बाधित होने से रोका जाए इस पर मंथन किया गया, ताकि सभी राज्यों में कोयले की सप्लाई ठीक से हो सके और बिजली संकट को रोका जा सके।

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