एटीएजीएस गन का सफल परीक्षण, मारक क्षमता 48 किमी
ATAGS गन में 30 सैकिण्ड में पांच राउण्ड फायर हो सकते है।
ATAGS मैक इन इंडिया के तहत बनी हुई है।
जैसलमेर/जोधपुर। जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम एटीएजीएस का सफल परीक्षण किया गया। इसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक हैं, लेकिन इसका ट्रायल 52 किलोमीटर तक के लिए किया जा रहा है। इसे डीआरडीओ डिफेंस रिसर्च एंड डवलपमेंट आर्गनाइजेशन के स्वदेशी प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया है। दो भारतीय कंपनियां इसका निर्माण कर रही हैं। इसको माइनस 3 डिग्री में भी परखा गया है। इस बार भीषण गर्मी में 45 डिग्री से ऊपर तापमान में डीआरडीओ के अधिकारियों ने इसे जांचा परखा।
2016 में हुआ था पहला परीक्षण
एटीएजीएस का पहला परीक्षण वर्ष 2016 में हुआ था। 26 जनवरी 2017 को गणतंत्र दिवस परेड में भी प्रदर्शन किया गया था। इसका वजन 18 टन है। सबसे लंबी दूरी तक निशाना मारने में सक्षम यह तोप पूरी तरह से स्वदेशी है। इसके बैरल की लंबाई 8060 मिलीमीटर है। यह माइनस 3 डिग्री से लेकर 75 डिग्री तक एलिवेशन ले सकता है। भारत के पास अभी 7 एटीएजीएस गन हैं।
फायरिंग रेंज बढ़ाने का प्रयास
भारतीय सेना के पास 155 एमएम की फिलहाल 7 गन हैं। 40 तोपों का आॅर्डर किया हुआ है। इसके अलावा 150 तोपों की मैन्युफैक्चरिंग और की जाएगी। इसे चलाने के लिए 6 से 8 लोगों की जरूरत पड़ती है। 60 मिनट में 60 राउंड फायर करता है। इसकी फायरिंग रेंज 48 से बढ़ाकर 52 किलोमीटर तक करने का प्रयास किया जा रहा है।
भारत में बनाया
एटीएजीएस को दो फर्मों भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड की ओर से बनाया गया है। गन भारत में पूरी तरह से डिजाइन की गई है। यह विश्व स्तरीय हथियार प्रणाली से लैस है। अब तक इसके 6 से 7 परीक्षण हो चुके हैं।
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