विजयादशमी पर रावण का दम्भ हुआ चूर, 120 फीट के रावण के पुतले का दहन
कार्यक्रम में पद्मनाभ सिंह के साथ अनेक लोग मौजूद थे
सबसे बड़ा रावण विद्याधर नगर में 120 फीट, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले दहन किया गया।
जयपुर। बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में विजयादशमी पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। शहर के विद्याधर नगर मानसरोवर, प्रताप नगर, रामलीला मैदान, झोटवाड़ा, खोले के हनुमान मंदिर सहित अनेक स्थानों पर दशानन के पुतलों का दहन हुआ। सबसे बड़ा रावण विद्याधर नगर में 120 फीट, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले दहन किया गया। बिजली से रिमोट का बटन दबाकर रात को 9 बजे दहन हुआ। रावण दहन में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। कार्यक्रम में पद्मनाभ सिंह के साथ अनेक लोग मौजूद थे। आदर्श नगर ग्राउंड पर राम मंदिर प्रन्यास, श्री सनातन धर्म सभा के तत्वावधान में 105 फीट रावण और 90 फुट कुंभकर्ण का दहन शाम 7.30 बजे हुआ। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, विधायक रफीक, कार्यवाहक महापौर कुसुम यादव, भाजपा नेता अशोक परनामी, राजस्थान सिखा सभा के अध्यक्ष सरदार अजय पाल सिंह समाज सेवी रवि नैय्यर सहित अनेक जनप्रतिनिधि थे।
बुराई पर अच्छाई, असत्य पर सत्य की शिक्षा देता है दशहरा पर्व : भजनलाल
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा दशहरा पर्व देश दुनिया में उत्साह व उमंग से मनाया जा रहा है। लगातार 68 साल से यहां रावण दहन और रामलीला का कार्यक्रम हो रहा है। यह पर्व हमें शिक्षा देता है बुराई पर अच्छाई, असत्य पर सत्य, अधर्म पर धर्म, अहंकार पर विनम्रता की सीख देता है। कोई असत्य बोलकर अधर्म करता है। अहंकार रखता है तो उसकी गति ऐसी ही होनी है। 500 वर्ष बाद अयोध्या में श्रीराम लला विराजमान हुए जिसकी भव्यता और दिव्यता सब देख रहे हैं। अनेकों बलिदान के बाद यह भव्यता देखने को मिली है। अयोध्या का मंदिर सबसे बड़ी आस्था का केन्द्र बना। यह पर्व सभी को मानवता के साथ जीने के प्रेरित करता है। आप सभी सत्य और धर्म के साथ रहे।
आदर्श में नियाग्रा फाल्स का नजारा दिखा
मीडिया प्रवक्ता तुलसी संगतानी ने बताया कि आदर्श नगर में रावण के पुतले को स्वर्ण मुकुट पहनाया गया। जैसे ही भगवान श्रीराम ने रावण की नाभि में बाण चलाया। हरी नीली पीली हवाइयां निकली। बीच में धूमकेतु जैसा नजारा दिखाई दिया। नियाग्रा फॉल्स जैसा नजारा था। स्टार वार के साथ हवाई मछलियां आकाश पर पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण में दौड़ रही थी। बांस की चकरियां घूमती हुई और आसमान में फूलों के गुलदस्ते दिखाई दिए। देंगे। रावण भयावह रूप से दहाड़ेगा, रावण की नाभि और सिर से अग्नि चक्र चलेगा। रावण की तलवार से चिंगारियां निकलेगी। मुंह से आग के गोले निकलेंगे और आंखें गुस्से से लाल हुई। दोपहर में भगवान राम-लक्ष्मण के स्वरूप की शोभायात्रा लवाजमे के साथ निकाली गई।
71, 70, 51, 41 फीट के रावण जले
जन चेतना समिति की ओर से झोटवाड़ा में 71 फीट, सनातन धर्म महोत्सव समिति की ओर से रामलीला मैदान में 51 फीट, खोले के हनुमान मंदिर में 41 फीट सहित अनेक स्थानों पर रावण दहन हुआ। इधर, मानसरोवर अरावली मार्ग पर सद्भावना परिवार की ओर से 70 फीट रावण के पुतले का दहन किया गया सेलिब्रिटी एक्टर एंड डांसर प्रांजल दहिया ने परफॉर्म किया।
Comment List