89.44 लाख के नकली नोट जब्त, शेष पूरी तरह खराब
बैंक अधिकारियों से कराई जांच, मुकदमा किया दर्ज
आनासागर झील में मिले 2 हजार रुपए के नोटों की गड्डियों के सभी नोट नकली निकले। गंज थाना पुलिस ने इस संबंध में शनिवार को दो बैंकों के अधिकारियों को बुलवाकर जांच करवाई है। पुलिस ने अब मामले में भारतीय मुद्रा के नकली नोट बनाने के संबंध में अपनी जांच का दायरा और बढ़ा दिया है।
अजमेर। आनासागर झील में मिले 2 हजार रुपए के नोटों की गड्डियों के सभी नोट नकली निकले। गंज थाना पुलिस ने इस संबंध में शनिवार को दो बैंकों के अधिकारियों को बुलवाकर जांच करवाई है। पुलिस ने अब मामले में भारतीय मुद्रा के नकली नोट बनाने के संबंध में अपनी जांच का दायरा और बढ़ा दिया है। गंज थाना क्षेत्र की आनासागर पुलिस चौकी प्र्रभारी बलदेव राम की शिकायत पर उनकी ओर से कोतवाली थाने में नकली नोट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिसकी जांच कोतवाली थाना प्रभारी करेंगे। क्योंकि नकली नोटों की जांच के संबंध में नोडल थाना कोतवाली को बना रखा है।
सूखने पर नकली नोट जब्त
एएसआई बलदेव ने बताया कि शनिवार को नोटों के सूखने के बाद में उनकी अच्छे से जांच की गई। जांच में कुल 89 लाख 44 हजार रुपए के नकली नोट मिले हैं। कुछ नोटों की गड्डी की पूरी तरह लुगदी बन गई। कुछ नोट गलने से खराब हो गए। उनका रंग उड़ गया और लिखा अस्पष्ट है। उन्हें भी अलग से जब्त कर लिया गया है। जब नोट को चैक किया गया तो उनमें अधिकांश नोट चार सीरिज की गड्डी में मिले हैं। जिससे देखकर स्पष्ट हो रहा था कि एक नोट की ही फोटो स्टेट कर ली गई।
अजमेर में नकली नोट का कारोबार की संभावनाएं बढ़ी
सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू, संदिग्धों से पूछताछ शुरू
आनासागर झील में 2 हजार के नकली नोटों की 58 गड्डी एक साथ पड़ी मिलने से पुलिस अधिकारी अब नकली नोट का कारोबार अजमेर में होने की बात से इंकार नहीं कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस के अधिकारियों ने अब मामले में इस ओर भी जांच करना शुरू कर दिया है।
गंज थाना सीआई धर्मवीर सिंह ने बताया कि अब नोट मिलने के घटनास्थल व उसके आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को चैक किया जा रहा है। जिससे नोट आनासागर झील में फेंकने वाले आरोपियों का सुराग लग सके। एएसआई बलदेव ने बताया कि घटनास्थल के आसपास रहने वाले संदिग्धों की सूची तैयार की गई है। कुछ लोगों से मामले में पूछताछ भी की जा रही है। क्योंकि नकली नोट जिस जगह डाले गए हैं। उस स्थान पर वहीं के आसपास के किसी शातिर का हाथ होने का अन्देशा है। ऐसे में आसपास के क्षेत्र में बाहर से आकर रहने वाले लोगों की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में अगर नोटों की फोटो कॉपी कर उनकी गड्डी बनाकर अगर कोई व्यक्ति उसका संग्रहण करता है। उसके बाद वह ऑरिजनल से अगर मेल नहीं खाने पर उसे कोई इस तरह झील में फेंकता है तो वह भी अपराध की श्रेणी में ही आता है। क्योंकि नोटों की फोटो कॉपी करने के पीछे भी संबंधित व्यक्ति की मंशा लोगों से धोखाधड़ी करने की ही है। बरहाल पुलिस टीमें मामले में गहनता से जांच करने में जुट गई है। पुलिस जल्द ही नकली नोट के असली खिलाड़ी को बेनकाब करने के प्रयास में जुट गई है।
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