हैप्पी मदर्स डे: बेटियों की जुबानी- मां विश्वास है, मां लड़ने की ताकत है और मां जीत की प्रेरणा है
मां को मिलेगा त्याग का फल, जीत का तोहफा देंगी बेटियां
यह कहना है जयपुर में खेली जा रही राष्ट्रीय अमेच्योर शतरंज प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आई बेटियों का।
जयपुर। मां सिर्फ ममता, वात्सल्य और त्याग की मूरत ही नहीं बल्कि एक विश्वास है, लड़ने की ताकत है और जीत की प्रेरणा है। यह कहना है जयपुर में खेली जा रही राष्ट्रीय अमेच्योर शतरंज प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आई बेटियों का। प्रतियोगिता में आठ दौर की समाप्ति के बाद ये बेटियां इस मुकाम पर हैं कि रविवार को मदर्स डे के दिन अपनी मां को जीत का तोहफा दे सकती हैं। दिल्ली से अपनी मां रीना गुप्ता के साथ आई प्रीशिता गुप्ता अंडर-11 की नेशनल चैंपियन और दिल्ली की स्टेट चैंपियन हैं और यहां अंडर-1700 रेटिंग वर्ग में खिताब की प्रबल दावेदार बनी हैं। अंडर-12 की नेशनल चैंपियन गाजियाबाद (उप्र) की सुरभि गुप्ता भी अंडर-2000 रेटिंग वर्ग में जीत की मजबूत दावेदार हैं और मां उर्मिला गुप्ता को जीत का तोहफा देंगी। गुड़वांग (हरियाणा) से मां विभूति अग्रवाल को साथ आई इश्वी अग्रवाल अंडर-2300 रेटिंग वर्ग में पहली बार राष्ट्रीय खिताब के करीब पहुंच गई हैं। बड़ौदा की प्रियंका शाह प्रतियोगिता में अपनी बेटी श्रेया शाह को लेकर आई हैं। देशभर में कहीं भी प्रतियोगिता हो, प्रियंका बेटी के साथ ही रहती हैं।
Comment List