खानों में बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कर रहे है श्रामिक

बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के जोखिम में श्रमिक काम कर रहे है

खानों में बिना सुरक्षा उपकरणों के काम कर रहे है श्रामिक

खान प्रबन्धन की अनियमितता के कारण क्षेत्र में संचालित दर्जनों खानों पर बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के जोखिम में श्रमिक काम कर रहे है। खान विभाग के निर्देशानुसार हैलमेट का खान परिसर में प्राथमिक उपचार बॉक्स होना निर्धारित है, लेकिन यह सब नियम खान मालिकों के लिए महज कागजी खानापूर्ति है।

प्रागपुरा। खान प्रबन्धन की अनियमितता के कारण क्षेत्र में संचालित दर्जनों खानों पर बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के जोखिम में श्रमिक काम कर रहे है। खान विभाग के निर्देशानुसार  हैलमेट का खान परिसर में प्राथमिक उपचार बॉक्स होना निर्धारित है, लेकिन यह सब नियम खान मालिकों के लिए महज कागजी खानापूर्ति है। वास्तविकता तो यह है कि हैलमेट व जूते तो दूर प्राथमिक उपचार बॉक्स तक खानों पर उपलब्ध नहीं है। खान विभाग के द्वारा सुरक्षा उपकरणों में जूते, हैलमेट सहित चिकित्सा व्यवस्था निर्धारित हैं। श्रमिक जूतों के बिना चप्पलों में काम करते हैं। चप्पलों में काम करने के कारण श्रमिक आए दिन फिसल कर गिरते पड़ते रहते हैं, लेकिन पेट पालने के लिए खान प्रबन्धन के आगे जुबां नहीं खोल पाते हैं। बिना सुरक्षा उपकरणों के प्रतिवर्ष दो-तीन हादसे होते हैं, लेकिन खान मालिक व इनके स्थानीय सहयोगी हादसे में मृत व्यक्ति के परिजनों का नकद राशि आदि देकर मामले का रफादफा कर देते हैं। क्षेत्र सहित आसपास में संचालित कई पत्थर की खानों पर नवज्योति संवाददाता ने जाकर देखा तो मजदूर बिना सुरक्षा उपकरणों के खान पर काम करते नजर आए। खानों पर श्रमिक दिन व रात दोनों पारियों में काम करते हैं। रात के समय दुर्घटना का अन्देशा अधिक हो जाता है।

पत्थर सहित अन्य खानों पर काम करने वाले मजदूरों के लिए खान विभाग की ओर से कई नियम बनाए गए हैं। लेकिन विभाग की ओर से समय समय पर खानों का निरीक्षण नहीं किए जाने के कारण खान मालिक लापरवाही बरत रहे हैं। खान में करने वाले श्रमिकों को जूते, हैलमेट पहनना अनिवार्य कर रखा है। इसके अलावा प्राथमिक उपचार बॉक्स रखना भी अनिवार्य है, ताकि हादसा होने के बाद घायल को प्राथमिक उपचार दिया जा सके। लेकिन खानों में काम करने वाले श्रमिक परिवार का पेट भरने के लिए जान हथेली पर रखकर काम करते हैं। ऐसे में खान मालिकों की अनियमितता मजदूरों पर भारी पड़ती नजर आ रही है। अगर समय समय पर विभाग के अधिकारियों की ओर से इन खानों का निरीक्षण किया जाए तो खान मालिकों की अनियमितता उजागर हो सकती है। विभाग को ऐसे खान मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।

सहायक खान अभियन्ता का काम अवैध खनन रोकना व खानों पर सुरक्षा की व्यवस्था करना है। एएमई कोटपूतली को खानों पर पूरी सुरक्षा करवाने के लिए पाबन्द किया जाएगा।
- राजवीर सिह यादव, उप जिला कलेक्टर पावटा   

बिना सुरक्षा उपकरणों के चल रही खानों की जानकारी कर इनको सुरक्षा उपकरण काम में लेने के लिए पाबन्द किया जाएगा।
- अमीचन्द दुवारिया, सहायक खान अभियंता

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