महंत विशम्भरदास हत्या प्रकरण: महिला सहित तीन अभियुक्तों को आजीवन कारावास

महिला सहित तीन को आजीवन कारावास

  महंत विशम्भरदास हत्या प्रकरण: महिला सहित तीन अभियुक्तों को आजीवन कारावास

10-10 हजार का लगाया जुर्माना

ब्यावर। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश संख्या दो ब्यावर संजयकुमार मीणा ने शहर के सूरजपोल गेट बाहर रामलखन दास की बगीची के महंत विशम्भरदास की तकरीबन 8 साल पूर्व गला घोंटकर हत्या के मामले में फैसला देते हुए एक महिला सहित तीन अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। तीनों पर 10-10 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया है। अदम अदायगी पांच-पांच माह के अतिरिक्त कारावास की सजा भी सुनाई है। 

अपर लोक अभियोजक अनिलकुमार मिश्रा ने बताया कि 24 जनवरी 2013 की रात रामलखन की बगीची में रहने वाले महंत विशम्भरदास की कुछ लोगों ने गला घोेंटकर हत्या कर दी थी। हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए उनके गले में फंदा बनाकर शव को खिड़की से लटका दिया था। 25 जनवरी की सुबह सूचना के बाद पुलिस ने घटना स्थल का मुआयना किया तथा शव कब्जे में लेकर पड़ताल की। मोबाइल नंबर आदि के आधार पर पुलिस ने हत्या के आरोप में दातानगर क्रिश्चियनगंज अजमेर निवासी दीपक उर्फ दीपू सैन पुत्र गोपाल सैन, प्रेमराज का बसड़ा कुचामन नागौर निवासी शुभम उर्फ नानू उर्फ बाबू पुत्र मूलचंद तथा भांबियों का बास तबीजी मांगलियावास अजमेर निवासी मोनिका उर्फ मोना पुत्री डालचंद को गिरफ्तार किया था। तीनों के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश किया गया। 

मामले की सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद मंगलवार को एडीजे संख्या दो मीणा ने तीनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा से दंडित करते हुए तीनों पर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। जुर्माना अदा नही करने की स्थिति में तीनों को पांच-पांच माह का अतिरिक्त कारावास भुगतने की सजा भी सुनाई है। मामले की पैरवी अपर लोक अभियोजक मिश्रा ने की। कानिस्टेबल राकेश परेवा ने बताया कि उक्त प्रकरण में सुनवाई के दौरान न्यायालय के समक्ष सरकार की ओर से 60 दस्तावेज एवं 20 गवाह पेश किए गए। 

ब्लैकमेलिंग से जुड़ा मामला

Read More भाजपा के संकल्प पत्र पर गहलोत का निशाना- मंहगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बात नहीं करती भाजपा

हत्या का आरोपी दीपक महंत के काफी नजदीक था। वह काफी सालों से उसके यहां आता- जाता रहा। दीपक ने ही मोनिका को महंत से मिलवाया था। जिसके जरिए वह महंत से पैसों की मांग कर रहे थे। पैसा नहीं देने की स्थिति में महंत को ब्लैकमेल कर डरा धमका रहे थे। पैसा नहीं मिलने की स्थिति में 24 जनवरी 2013 की रात तीनों महंत के पास आश्रम पहुंचे तथा सुनियोजित तरीके से महंत की हत्या कर शव को फंदे से जंगले के सहारे लटकाकर फरार हो गए।

Read More आरपीआई पार्टी के अध्यक्ष और केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले बोले- पार्टी भाजपा के साथ

 

Read More भाजपा का घोषणा पत्र झूठ और जुमलों का संकल्प : पीसीसी महासचिव जसवंत गुर्जर

 

Read More भाजपा का घोषणा पत्र झूठ और जुमलों का संकल्प : पीसीसी महासचिव जसवंत गुर्जर

Post Comment

Comment List

Latest News