सारण का खेड़ा शराब दुखांतिका मामले में बड़ा खुलासा, शराब में मिलाया था जहर, आरोपी विनोद कंजर गिरफ्तार
बहुचर्चित सारण का खेड़ा शराब दुखान्तिका मामले का शनिवार को खुलासा हो गया। 28 जनवरी को 5 लोगों ने जो शराब पी वह जहरीली नहीं बनी बल्कि उसे कीटनाशक दवा मिलाकर जहरीला बनाया गया। इसके पीछे रंजिश सबसे बड़ी वजह रही है। पुलिस ने मामले में एक आरोपी विनोद कंजर को गिरफ्तार कर लिया है।
भीलवाड़ा। बहुचर्चित सारण का खेड़ा शराब दुखान्तिका मामले का शनिवार को खुलासा हो गया। 28 जनवरी को 5 लोगों ने जो शराब पी वह जहरीली नहीं बनी बल्कि उसे कीटनाशक दवा मिलाकर जहरीला बनाया गया। इसके पीछे रंजिश सबसे बड़ी वजह रही है। पुलिस ने मामले में एक आरोपी विनोद कंजर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी विनोद ने ही आए दिन होने वाले झगड़ों से तंग आकर और अपनी माता-पिता की बेइज्जती का बदला लेने की नीयत से अपने काका गुल्ला कंजर को रास्ते से हटाने के लिए यह साजिश रची थी। साजिश का शिकार खुद आरोपी की मां भी हो गई। मामले का जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते व पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने शनिवार को एसपी आफिस सभागार में प्रेस कांफ्रेंस के जरिए खुलासा किया। पूछताछ में आरोपी विनोद ने कबूल किया कि उसकी मां सतूड़ी और मौसी मंजू पर गुल्ला कंजर अर्नगल आरोप लगाते हुए आए दिन झगड़ा और मारपीट करता था। इसे लेकर विनोद परेशान हो गया। उसने गुल्ला को रास्ते से हटाने के लिए साजिश रची।
जांच में चला कीटनाशक का पता
आबकारी विभाग की लैब में शराब के सैम्पल की जांच से सामने आया कि शराब जहरीली नहीं थी, उसमें कीटनाशक की मात्रा पाई गई। उसके बाद एफएसएल में जांच करवाई गई, जिसमें भी विषाक्त पदार्थ होने की बात सामने आई। ऐसे में पुलिस ने नए सिरे से मामले की जांच करते हुए बीती रात आरोपी विनोद कंजर को गिरफ्तार कर लिया।
इसलिए लिया बदला
आरोपी विनोद के पिता पप्पू कंजर और गुल्ला कंजर सगे भाई है। दोनों की पत्नियां सतूड़ी और मंजू भी सगी बहनें है। सतूड़ी और मंजू पर अर्नगल आरोप लगाकर आए दिन गुल्ला झगड़ा और मारपीट करता था। यह बात सतूड़ी के बेटे विनोद को ना गंवार गुजरी और इसी के चलते उसने गुल्ला कंजर को रास्ते से हटाने की यह साजिश रची थी, लेकिन इसका शिकार खुद उसकी मां सतूड़ी भी हो गई।
कबूतरों और कौओं पर पहले किया प्रयोग
विनोद ने कीटनाशक खरीदने के बाद पहले इसे दाने में मिलाया। फिर उसको कबूतरों और कौओं को खिलाया, जिससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद कीटनाशक अपने काका गुल्ला की शराब के अद्दे में मिला दिया था।
दुकानदार ने की पहचान
कीटनाशक की दुकानों पर पड़ताल की तो महुआ स्थित सुखवाल कृषि केन्द्र से 20 जनवरी को विनोद ने अपने खेत में मिर्ची की फसल में छिड़काव के लिए मोनो स्टार नामक कीटनाशक दवा की सौ एमएल की सीसी खरीदने का पता चला। जांच में यह भी सामने आया कि विनोद कंजर के खेत में मिर्ची की फसल नहीं होकर सरसों व गेहूं की फसल काश्त की गई है।
सरकार ने किए थे 11 कर्मचारी निलम्बित
राज्य सरकार ने मांडलगढ़ डीएसपी, थाना प्रभारी, दीवान व एक सिपाही सहित आबकारी विभाग के कुल 11 अधिकारियों व कर्मचारियों को निलम्बित कर दिया था। घटना का खुलासा करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र सिंह जोधा के निकटतम सुपरविजन व उप अधीक्षक एसआईयूसीएडब्ल्यू सेल के उपाधीक्षक राहुल जोशी के नेतृत्व में दिवान नाथू सिंह, सहीराम, सुरेन्द्र सिंह, चन्द्रवीर सिंह की एक टीम गठित की गई। इसमें वृत्ताधिकारी मांडलगढ़ (आरपीएसपी) सज्जन सिंह व थानाधिकारी नेमीचंद चौधरी को भी शामिल किया गया।
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