अशोक गहलोत के सामने मलिंगा का सरेंडर
पुलिस टीम मलिंगा को कमिश्नरेट लेकर आई
धौलपुर के बाड़ी विद्युत निगम कार्यालय में जेईएन के साथ मारपीट मामले में फंसे बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने सरेंडर कर दिया।
जयपुर। धौलपुर के बाड़ी विद्युत निगम कार्यालय में जेईएन के साथ मारपीट मामले में फंसे बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने सरेंडर कर दिया। इसके बाद पुलिस टीम मलिंगा को जयपुर कमिश्नरेट लेकर आई। वहां कुछ देर तक मंलिगा पुलिस आयुक्त से मिले, फिर उन्हें धौलपुर लेकर रवाना हो गई। अब मलिंगा से धौलपुर में पूछताछ की जाएगी। प्रकरण की जांच सीआईडी सीबी के एएसपी सुरेश जैफ ने की है, जिसमें मलिंगा के खिलाफ आरोप प्रमाणित माने हैं। मलिंगा के सरेंडर के दौरान राज्यमंत्री राजेन्द्र गुढ़ा भी मौजूद रहे।
विधायक बोले डीजीपी सूत्रधार
मारपीट मामले में सरेंडर करने वाले विधायक मलिंगा का कहना है कि मेरे खिलाफ कार्रवाई हुई है, उसके लिए डीजीपी जिम्मेदार हैं। उन्होंने पूर्व में भी डीजीपी पर आरोप लगाए थे।
ऐसे हुआ सरेंडर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार सुबह पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक लेने वाले थे। करीब साढ़े 11 बजे गिर्राज सिंह मलिंगा सीएम के पास सरेंडर करने पहुंचे। उस समय आईएएस कुलदीप रांका, डीजीपी एमएल लाठर व डीजी इंटेलीजेंस उमेश मिश्रा मौजूद थे। सीएम ने डीजीपी लाठर से पूछा कि मलिंगा आपकी जांच में दोषी हैं क्या? डीजीपी ने कहा, हां दोषी हैं। इस पर गहलोत ने मलिंगा को कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं हो सकता और डीजीपी से कहा कि इन्हें आप ले जाइए और अपनी कार्रवाई कीजिए। इसके बाद वीसी शुरू हुई और मलिंगा को दो घंटे तक वहीं रोका गया। जब वीसी खत्म हुई तो उसके बाद डीजीपी लाठर ने कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को फोन कर मलिंगा को ले जाने के लिए कहा। पुलिस टीम मलिंगा को लेकर कमिश्नरेट आई और यहां से धौलपुर लेकर रवाना हो गई।
एसपी का कर दिया था तबादला
मारपीट मामले में पुलिस की लचर कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए सीएम अशोक गहलोत ने धौलपुर के एसपी शिवराज मीणा का तबादला कर दिया था। विधायक की गिरफ्तारी की मांग पर बिजली कर्मचारियों ने धौलपुर और जयपुर स्थित विद्युत भवन के सामने प्रदर्शन किया था। हमले में घायल जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती बिजली कर्मियों से मिलने के सीएम गहलोत गए थे। सीएम ने कहा कि कानून अपना काम करेगा। दोषी छोड़े नहीं जाएंगे।
यह था मलिंगा मामला
28 मार्च 2022 को बाड़ी के विद्युत निगम कार्यालय में असिस्टेंट इंजीनियर हर्षादिपति और जूनियर इंजीनियर नितिन गुलाटी के साथ जमकर मारपीट हुई, जिसमें हर्षादिपति को कई गम्भीर चोट आई थीं। हर्षादिपति ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था। वारदात में शामिल रहे समीद खान उर्फ समीर, आकाश, भोला उर्फ अजय और सचिन निवासी बाड़ी को गिरफ्तार कर लिया गया। मारपीट के मामले में आरोप गिर्राज सिंह मलिंगा पर लगे थे। मलिंगा की भूमिका की जांच के लिए फाइल को पुलिस मुख्यालय की सीआईडी सीबी शाखा में मंगा लिया गया। यहां एएसपी सुरेश जैफ ने मलिंगा के खिलाफ आरोप प्रमाणित माने।
मलिंगा के समर्पण पर दिव्या ने साधा डीजीपी पर निशाना
कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने गिर्राज मलिंगा के समर्पण पर डीजीपी एमएल लाठर पर निशाना साधा है। मदेरणा ने ट्वीट कर कहा कि मलिंगा ने कहा था कि डीजीपी मुझसे व्यक्तिगत दुश्मनी रखते हैं। इस पर डीजीपी ने कहा था कि गिरफ्तारी के डर से विधायक आरोप लगा रहे हैं। मलिंगा ने तो आज नैतिकता दिखाते हुए गिरफ्तारी से डरे बिना समर्पण कर दिया, लेकिन अब डीजीपी पर लगाए आरोपों की भी जांच बनती है। उनकी जांच कौन करेगा। ट्वीट के जरिए दिव्या ने डीजीपी पर सवाल खड़े किए हैं, क्योंकि एक दिन पहले दिव्या ने डीजीपी को यह कहते हुए कटघरे में खड़ा किया था कि जब 2019 में एफआईआर दर्ज करना राज्य सरकार ने जरूरी किया है तो फिर क्या कारण है कि पीड़िता को दिल्ली में एफआईआर दर्ज करवानी पड़ी।
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