प्रतियोगिता परीक्षाओं में हाइब्रिड मोड को बढ़ावा देने की तैयारी
हाइब्रिड मोड को परीक्षा का सबसे बेस्ट पैटर्न माना है
विद्यार्थी इसके बारे में समझ भी लें और पेपर करते समय कोई गलती भी ना हो। वहीं केंद्र सरकार ने भी हाइब्रिड मोड को परीक्षा का सबसे बेस्ट पैटर्न माना है।
जयपुर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड प्रदेश के विभिन्न विभागों में भर्तियों को लेकर आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में अब हाइब्रिड मोड अपनाने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत मॉक ट्रायल के रूप में टेस्ट का भी आयोजन किया जा रहा है, जिससे कि विद्यार्थी इसके बारे में समझ भी लें और पेपर करते समय कोई गलती भी ना हो। वहीं केंद्र सरकार ने भी हाइब्रिड मोड को परीक्षा का सबसे बेस्ट पैटर्न माना है।
संसाधनों की कमी
प्रदेश में संसाधनों की कमी और निजी संस्थानों की विश्वसनीयता पर सवालों के चलते अधिक संख्या में परीक्षाएं हाइब्रिड मोड पर कराना चुनौतीपूर्ण है। ऐसे में हाइब्रिड मोड एक व्यवहारिक विकल्प हो सकता है। चयन बोर्ड की मॉक टेस्ट के दौरान आईआईटी मद्रास, कानपुर, दिल्ली और बिट्स पिलानी के एक्सपर्ट्स ने पेपर लीक करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। इससे यह स्पष्ट हुआ कि इस प्रक्रिया में पेपर के बनने, छपने और परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के दौरान लीक होने की संभावनाएं खत्म हो जाती हैं।
हम हाइब्रिड मोड को विस्तार देने में लगे हुए हैं। हाल ही में कुछ परीक्षाएं हाइब्रिड मोड के तहत कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट पर आयोजित की गई थीं, जो सफल रहीं।
- आलोक राज, अध्यक्ष, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर
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