जागृति यात्रा पहुंची जयपुर, युवा उद्यमियों सफलता के जानते हैं सूत्र
आपकी सफलता की कुंजी श्रमिक और कर्मचारी का मान सम्मान है: चौधरी
दोपहर यह यात्रा मानपुरा माचेड़ी गांव पहुंची, जहां जयपुर रग्स द्वारा की गई आर्टिजंस की लाइफ ट्रांसफार्मेशन को देखा समझा।
जयपुर। पांच सौ से अधिक युवा उद्यमियों और उद्यमी बनने के लिए उत्सुक युवाओं की जागृति यात्रा काे जयपुर पहुंची। जयपुर रग्स फाउंडेशन परिसर में यात्रियों ने राजस्थान की सच्ची उद्यमिता जानने समझने के लिए जयपुर रग्स के संस्थापक एन के चौधरी से इंटर-एक्शन किया। यात्रा के सीईओ आशुतोष कुमार के अनुसार यात्रा की शुरुआत मुंबई से हुई थी, हुबली, बेंगलुरु मदुरै चैन्नई विशाखापत्तनम बहरामपुर नालंदा देवरिया और दिल्ली होकर जयपुर आए हैं। यात्रा के दौरान युवा संबंधित शहर के एक कारोबारी या सामाजिक प्रतिष्ठान की विजिट करते हैं और उनके प्रमोटर से सफलता के सूत्र जानते हैं। जयपुर में जयपुर रग्स का चयन तीन कारणों से किया गया, पहला यह एक प्रतिष्ठित कारोबारी घराना है, दूसरे संस्थापक ने बहुत विपरीत परिस्थिति में स्थापित कर सफलता हासिल की और तीसरी सबसे बड़ी बात कारोबार के जरिए सोशल ट्रांसफार्मेशन किया।
यात्रा के सीओओ चिन्मय कुमार ने बताया कि यात्री यात्रा के दौरान एक दूसरे से कनेक्ट रह कर सफलता की कहानी सुनते हैं और इन्नोवेटिव आईडिया शेयर करते हैं। सोलह साल से चल रही यात्रा में 8500 से अधिक युवाओं ने भाग लिया है और इनमें एक तिहाई से अधिक स्थापित उद्यमी बन चुके हैं। जयपुर रग्स के संस्थापक एन के चौधरी ने युवाओं को सफलता के लिए दो टिप्स दिए, पहला तो यह कि जो भी काम करें उसमें श्रमिक को कभी हीन मत समझो, क्योंकि वह संस्थान का कार्य आधार होता है अतः उसे पूरी तरजीह दी जाये, साथ ही उससे सीखने का अवसर न चूकें, क्योंकि वह ग्राउंड पर वर्क करता है तो कार्य बेहतर कैसे हो वह अधिक जानता है। दूसरी महत्वपूर्ण बात यह कि कर्मचारी या अधिकारी में कोई छोटा बड़ा नहीं होता इसलिए सभी के साथ स्नेह, सम्मान और करूणा का बर्ताव रखो, इससे संस्थान का अधिकारी-कर्मचारी मोटीवेट होता है तथा उसकी उत्पादकता बेहतर आती है। प्रतिस्पर्धा के इस युग में उत्पादकता ही सफलता और लाभ का आधार है।
एक यात्री शीतल कुमारी ने बताया कि मधुबनी का आर्टवर्क कारपेट पर कैसे क्रियेट किया जाये, इसकी स्टडी का आज मौका मिला है। एक अन्य यात्री तेजस्विनी ने बताया जागृति यात्रा विश्व भर में एक्सक्लूसिव है, इस तरह की अवधारणा को देश के विश्वविद्यालय भी अपनायें तो देश में उद्यमिता को बड़ा बढ़ावा मिल सकता है। जयपुर रग्स के निदेशक योगेश चौधरी ने यात्रियों का प्रारंभ में स्वागत किया। दोपहर यह यात्रा मानपुरा माचेड़ी गांव पहुंची, जहां जयपुर रग्स द्वारा की गई आर्टिजंस की लाइफ ट्रांसफार्मेशन को देखा समझा। यहां यात्रियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
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