ऑनलाइन ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के आरोपियों को जेल

ठगी के लिए रिश्तेदारों के क्रेडिट कार्ड करते थे यूज

 ऑनलाइन ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के आरोपियों को जेल

शहर की अनंतपुरा पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के सभी आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं।

 कोटा । शहर की अनंतपुरा पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के सभी आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं। रिमांड अवधि पूरी होने पर सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया था।

 पुलिस ने 11 मई को आरोपी तीन शातिर ठग चंद्र प्रकाश पूनिया (21) निवासी पूनियों का बास ग्राम बीदसर थाना बलारा जिला सीकर, सुनील झांझडिया (23)निवासी सोटवारा थाना मुकुंदगढ़ए जिला झुंझुनू, रविंद्र उर्फ  रवि सिंगड (28) निवासी बड़वासी थाना नवलगढ़ जिला झुंझुनू को गिरफ्तार किया था। इनकी निशानदेही पर साइबर ठगी के इस खेल का मास्टर माइंड रविन्द्र कटेवा को सीकर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अनंतपुरा थानाधिकारी मनीष चौधरी (आईपीएस)  ने बताया कि अनुसंधान के दौरान आरोपियों के पास से 19 क्रेडिट कार्ड व 4 मोबाइल बरामद किए गए थे। साथ ही ठगी के 1 लाख 10 हजार की रिकवरी की। गिरोह के सदस्य फर्जी एप के जरिए लोगों के क्रेडिट कार्ड से पैसा उड़ाते थे। पूछताछ में आरोपियों ने 100 से ज्यादा ठगी की वारदात करना स्वीकार की थी। ठगी का गिरोह बिहार, झारखंड ,उड़ीसा पश्चिम बंगाल में सक्रिय है, जो 3 महीने में डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी कर चुके हैं। जिसका हिसाब-किताब भी पुलिस के हाथ लगा है।

पूछताछ में सामने आया कि गिरोह के सदस्य ठगी के लिए रिश्तेदारों के क्रेडिट कार्ड को यूज करते थे। इसके बदले उन्हें कमीशन देते थे। एक जने के पास 10 से 12 क्रडिट कार्ड रहते थे। गिरोह के सदस्यों ने ठगी के लिए कस्टमर केयर से मिलती जुलती एप बना रखी थी। जैसे ही के्रडिट कार्डधारी कस्टमर शिकायत के लिए एप पर जाता गिरोह के सदस्य कस्टमर के फोन पर एप को डाउनलोड करवाते। फिर उसे रिमोट पर लेकर उसके अकाउंट , क्रेडिट कार्ड से अपने क्रेडिट कार्ड में रुपए ट्रांसफर कर लेते। गिरोह के सदस्य शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देते। लोगों के क्रेडिट कार्ड अपने क्रेडिट कार्ड में रुपए  ट्रांसफर कराने के बाद पेट्रोलपंप व फोन - पे के जरिए उन रुपयों को निकालकर अपने अकाउंट में जमा करवा देते थे। 18 अप्रैल को कोटा निवासी व्यापारी पवन गुप्ता के क्रेडिट कार्ड से 3 बार में 2 लाख 18 हजार 988 रुपए की ठगी हुई। व्यापारी के कहीं से पैसा आना था। क्रेडिट कार्ड में पैसा नहीं आया तो उन्होंने कस्टमर केयर पर संपर्क किया। आॅनलाइन सम्पर्क करने पर वो फर्जी एप के सम्पर्क में आ गए। गिरोह के सदस्यों ने उनको एप डाउनलोड करवाकर उनका अकाउंट रिमोट पर ले लिया और पैसे निकाल लिए थे। पीड़ित ने  शिकायत पुलिस को दी थी। जिसके बाद कोटा की साइबर टीम ने अकाउंट को ट्रेस किया था।  जांच में सामने आया था कि व्यापारी का पैसा सीकर के किसी व्यक्ति के क्रेडिट कार्ड में ट्रांसफर हुआ था। टीम सीकर पहुंची  तो सारे ठगी के खेल के पत्ते खुल गए थे।

Post Comment

Comment List

Latest News