बारां रोड पुलिस लाइन स्थित बजरंग नगर भी आवासीय कॉलोनी है। लेकिन वहां हालत यह है कि मेन रोड के अधिकतर मकानों में दुकानें बन चुकी हैं। उन दुकानों के बीच में मकानों के गेट दबकर रह गए हैं। पूरी कॉलोनी एक तरह से व्यवसायिक बन चुकी है। ये तो उदाहरण मात्र हैं शहर की उस समस्या को बताने के लिए जो वर्तमान में नजर आ रही है। इस तरह के हालात शहर के सभी क्षेत्रों में देखे जा सकते हैं।
न्यास ने हाल ही में जयपुर गोल्डन में करोड़ों रुपए खर्च कर बहुमंजिला पार्किंग बनाई है। उसका ठेका देकर चालू भी कर दिया है। लेकिन हालत यह है न तो दुकानदार और न ही आमजन उस पार्किंग में वाहन खड़े कर रहे हैं। गिनती के वाहन वहां आ रहे हैं।
दैनिक नवज्योति में खबर प्रकाशित होने के बाद स्टेट हाइवे 74 पर ग्राम पीसाहेड़ा से आमली जाने वाले लिंक रोड पर नाले व खुरंजे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
नगर विकास न्यास की ओर से शहर में परकोटे के एतिहासिक दरवाजों का सौन्दर्यीकरण कराया जा रहा है। जिससे उनका रूप निखरने लगा है। सभी पांच दरवाजों का प्राचीन स्वरूप बनाए रखते हुए ये आकर्षण का केन्द्र भी बन रहे हैं।
केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई अग्निपथ योजना के विरोध में गुरुवार को कलेक्ट्री पर यूथ कांग्रेस की ओर से प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई ।
गुमानपुरा थाना क्षेत्र में गुरुवार को दिन दहाड़े बाइक सवार बदमाश एक मुनीम के साथ मारपीट ,फायरिंग तथा चाकू से हमला कर पचास हजार रुपयों से भरा बैग लूट ले गए।
नगर निगम कोटा दक्षिण के अग्निशमन विभाग द्वारा दिए गए एक हजार नोटिसों में से मात्र 20 फीसदी पर ही अमल हुआ है। उनमें भी किसी ने निगम में जवाब पेश किया है तो किसी ने उपकरण लगवाए हैं। जबकि अभी भी 80 फीसदी भवन मालिकों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी है। साथ ही निगम ने भी उन्हें दिए गए नोटिसों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। शहर में गर्मी के समय में तो आग लगने की घटनाएं होती ही हैं।
कोटा में हर साल 105 करोड़ से ज्यादा की किताबें बिकती है,जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इनमें 70 करोड़ की जेईई और नीट की किताबें बिकती है और 35 से 40 करोड़ की सीबीएसई और आरबीएसई की किताबें बिकती है। कुल मिलाकर यह आंकड़ा 105 करोड़ से अधिक तक पहुंच जाता है।
दशहरा मैदान में वाहनों का इतना अधिक अम्बार है कि वह दो साल से नगर निगम का गैराज बना हुआ है। कोरोना काल के दौरान दशहरा मेला नहीं भरने से मैदान की देखभाल भी नहीं हुई। जिससे यह स्मार्ट मैदान दुर्दशा का शिकार हो रहा है।
नगर निगम की ओर से आयोजित होने वाले 129 वेें राष्ट्रीय दशहरे मेले का श्रीगणेश बुधवार को सुबह गणेश स्थापना के साथ हुआ। दशहरा मैदान स्थित श्रीराम रंगमंच पर नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण के संयुक्त तत्वाधान में गणेश स्थापना की गई ।
शहर में इन दिनों स्थानीय पक्षियों की साइटिंग नजर आने लगी है। साथ ही इनकी संख्याओं में भी इजाफा हुआ है। इनमें ब्लैक हैडेड आईबीज (व्हाइट आईबीज ) पक्षी की साइटिंग अच्छी संख्या में हो रही है।
यातायात पुलिस की सख्ती के बावजूद शहरवासी सुधरने का नाम नहीं ले रहे। ऐसे लापरवाहों को सबक सिखाने के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस और परिवहन विभाग लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई कर रही है। परिवहन विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार विभाग ने 9 हजार 84 वाहन चालकों के लाइसेंस 3 से 6 माह तक के लिए निलंबित किए हैं।