वैश्विक बाजार के कमजोर रुख के दबाव में स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से शेयर बाजार में हाहाकार मच गया और सेंसेक्स एवं निफ्टी 2.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट पर रहे।
चीन में कोविड प्रतिबंधों में छूट दिये जाने की तैयारी से वैश्विक स्तर पर मांग बढऩे की उम्मीद में विदेशी बाजारों में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर चौतरफा लिवाली से शेयर बाजार गुलजार हो गया और सेंसेक्स एवं निफ्टी 2.5 प्रतिशत से अधिक की तेजी पर रहे।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का शेयर बाजार में करीब 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ सूचीबद्ध हुआ। बीएसई में एलआईसी का शेयर 867.20 रूपये और एनएसई में 872 रूपये पर खुला। इसका निर्गम मूल्य 949 रूपये था।
वैश्विक बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर दूरसंचार, यूटिलिटीज, ऑटो, पावर और रियल्टी समेत 16 समूहों में हुई लिवाली के बल पर शेयर बाजार में लगातार 5 दिन के बाद तेजी लौट आई।
सरकार ने एलआईसी के 22.13 करोड़ से अधिक शेयर या 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी है। इसे आईपीओ के माध्यम से बेचा गया है। शेयर को बेचने से सरकार को करीब 20,557 करोड़ रुपये मिले हैं।
किसानों की आर्थिक मदद के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ अब किसानों को आसानी से नहीं मिलेगा। किसानों को अब योजना के तहत दो हजार रुपए की 11वीं किस्त का लाभ लेने के लिए ई-केवाईसी करवानी पड़ेगी।
वैश्विक बाजार में लौटी तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर दूरसंचार, यूटिलिटीज, बैंकिंग, धातु और पावर समेत 10 समूहों में हुई बिकवाली से शेयर बाजार लगातार पांचवें दिन भी गिरकर बंद हुआ।
अमेरिका में आसमान छूती महंगाई को काबू में करने के लिए फेड रिजर्व के ब्याज दरों में फिर तेजी वृद्धि करने के रुख से वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी होने की आशंका से हताश निवेशकों की बिकवाली के दबाव में विदेशी बाजारों के करीब डेढ़ वर्ष के निचले स्तर पर आने से घरेलू शेयर में कोहराम हो गया।